Ind vs SA: भारत-साउथ अफ्रीका के बीच सेंचुरियन खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच में मेजबान टीम ने 105 साल बाद फिर से एक कारनामा दोहराया है। पहली पारी में 335 रन पर ऑलआउट होने के बाद जब भारतीय टीम बल्लेबाजी के लिए मैदान पर उतरी तो पहला ओवर किसी तेज गेंदबाज ने नहीं बल्कि टीम में शामिल एकमात्र स्पिनर ने कराया। भारतीय मूल के इस स्पिनर का नाम है केशव महाराज। ऐसा साउथ अफ्रीका ने टेस्ट मैच में पूरे 105 साल बाद किया है। इससे पहले 1912 में ऑबरे फॉकनर ने पारी का शुरुआती ओवर डाला था।
बता दें कि विजय और शिखर धवन की जगह टीम में चुने गए राहुल ने भारत को संभली हुई शुरुआत दिलाई और दक्षिण अफ्रीका को पहले नौ ओवर तक कोई सफलता हाथ नहीं लगने दी। इन दोनों ने पहले विकेट के लिए 28 रन जोड़े। राहुल ने मोर्ने मोर्कल (24 रन देकर एक विकेट) की उछाल लेती गेंद पर गेंदबाज को वापस कैच थमाया, जिन्होंने डाइव लगाकर उसे कैच किया। इसके तुरंत बाद अगली गेंद पर चेतेश्वर पुजारा रन आउट हो गए और इस तरह से अपने करियर में पहली बार ‘गोल्डन डक’ (पहली गेंद पर आउट होना) बने।
पुजारा ने मिड ऑन की तरफ शॉट खेला और रन के लिए दौड़ लगाई लेकिन अपना पहला मैच खेल रहे लुंगी नगाडि का थ्रो उनके क्रीज पर पहुंचने से पहले गिल्लियां बिखेर चुका था। विजय को भी कुछ विषम पलों से गुजरना पड़ा लेकिन कोहली शानदार फार्म में दिख रहे थे। उन्होंने कुछ जानदार चौके लगाये।
दक्षिण अफ्रीका ने सुबह छह विकेट पर 269 रन से अपनी पारी आगे बढ़ाई। कप्तान फाफ डुप्लेसिस (63) और महाराज (18) सातवें विकेट के लिए अपनी साझेदारी को 31 रन तक ले गए। मोहम्मद शमी (58/1) का पहला स्पैल काफी जीवंत था, जिसमें उन्होंने महाराज को विकेट के पीछे कैच कराया और अपने 26वें टेस्ट मैच में 100वां विकेट लिया।
भारत ने इसके बाद अश्विन के ओवर में कगिसो रबाडा को दो जीवनदान दिए। पहले स्लिप में विराट कोहली ने उनका कैच छोड़ा और फिर हार्दिक पंड्या ने शॉर्ट थर्ड मैन पर हवा में लहराता कैच टपकाया। रविचंद्रन अश्विन (113 रन/4) और इशांत शर्मा (46/3) ने दक्षिण अफ्रीका को समेटने में अहम भूमिका निभायी। दक्षिण अफ्रीका ने अपने आखिरी सात विकेट 89 रन के अंदर गंवाए।