Friday, April 19, 2024
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समाज की तरक्की में फिल्मो का योगदान क्या हैं ?

SI News Today

Sunil Maurya’s FB Wall आज बहुत मन में उथल पुथल है . न जाने क्यूँ बस ये सोचकर कि हमारे राजनेता और फ़िल्मकार हमारे समाज को किस दिशा में ले जाना चाहते हैं ? एक तरफ जहाँ राजनेता अपने चरित्र का पतन करके हमारे देश में गृहयुद्ध जैसा माहौल बना रहे हैं वही दूसरी तरफ कुछ फ़िल्मकार अपने चरित्र का दोगलापन साबित करके समाज को पतन कि तरफ ले जा रहे हैं .
राजनेताओं के बारे में बातें बहुत हैं मगर आज सिर्फ कुछ फिलमकारों की बात करना हैं जो समाज में 70MM के परदे पर्दे पर वो दिखाना पसंद कर रहे हैं जो एक मर्द और एक औरत सिर्फ बंद कमरे के अंदर वो भी अँधेरे में करते हैं .
अब बात आती हैं कि समाज में सेक्स एजुकेशन आज भी बहुत बड़ा मुद्दा हैं कि इस पर कोई खुलकर बात नहीं करता मगर साहेबानो क्या ये तरीका सच में अच्छा हैं.
हम बात कर रहे हैं हाल ही में आये राम गोपाल वर्मा कि फिल्म GUNS & THIGHS – OFFICIAL TRAILER की. इसमें ये भाई साहब किसी बड़े माफिया के चरित्र को ऐसे दिखा रहे हैं जैसे कि देश पर मर मिटने वाला कोई क्रन्तिकारी या देश का सैनिक हो . ऐसी नंगी तस्वीरों को दिखा कर जिसका शायद उस पटकथा से कोई सीधा सम्बन्ध नहीं हैं, हमारे देश के नौजवानो के सामने परोस कर क्या साबित करना चाहते हैं ? अगर इन जैसे लोगो से संवाद किया जाय तो बोलेंगे समाज में ऐसे ही फिल्मो कि डिमांड हैं . हम आपसे (राम गोपाल वर्मा) पूछना चाहते हैं – महाशय क्या आप अपनी बेटी, बहन या माँ के साथ ऐसी फिल्म देखने जायेंगे ?
क्यूँ हमारे समाज के दिशानिर्देशक ऐसी सस्ती लोकप्रियता के लिए देश के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं ? समाज में हो रहे बलात्कार और छोटी छोटी लड़कियों के साथ यौन हिंसा की घटनाये लगातार बढ़ती जा रही हैं जिसमे पुरुषो की मानसिकता पर दुष्प्रभाव डालने में इन जैसे लोगो को महत्वपूर्ण योगदान हैं . वर्ना 8 महीने की बच्ची में और 80 साल की माँ जैसी बूढ़ी औरत पर कौन सा यौनाकर्षण होता हैं जो उनके साथ बलात्कार जैसा घृणित कुकर्म किया जाता हैं . जिस सिनेमा के नाम में ही माँ शामिल हो उसे इतना निम्न स्तर पर कैसे ले सकते हो ?

अब हमे आपको सोचने को वक़्त आ गया हैं कि जैसे पद्मावत जैसी फिल्म के लिए समाज और राजनेता एक साथ विरोध पर उतर आया था क्या देश के लिए फिल्मो में स्वछता अभियान चलाया जाना चाहिए या नहीं ?
ऐसी फिल्मो को विरोध नहीं बहिष्कार कीजिये ताकि जब ये पाई पाई को मोहताज हो जाय तो इनकी हिम्मत न पड़े दुबारा ऐसी घटिया फिल्म बनाने को .

आइये मिलकर एक और स्वछता मिशन की शपथ ले ताकि हमारा समाज हमारा देश उन्नति के शिखर पर पहुंचे .
——-जय हिन्द जय भारत ——–

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