भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने बुधवार (7 मार्च) शाम को क्रिकेटर्स के सालाना अनुबंधों का ऐलान किया। इस सूची से मशहूर गेंदबाज मोहम्मद शमी का नाम गायब है। शमी पर बुधवार को ही उनकी पत्नी हसीन जहां ने विवाहेत्तर संबंध रखने का आरोप लगाया था। बीसीसीआई के नए अनुबंध में सभी फॉर्मेट खेल रहे क्रिकेटर्स के लिए ‘A+’ नाम से नया ग्रेड शुरू किया गया है। शमी को इस लिस्ट में पत्नी की शिकायत के चलते जगह नहीं मिली। हसीन जहां ने अपने फेसबुक अकाउंट पर मोहम्मद शमी की कथित तौर पर दूसरी लड़कियों से चैट की तस्वीरें शेयर की थीं। इसके अलावा उन्होंने शमी और उसके परिवार पर प्रताड़ित करने का आरोप भी लगाया है।
जब खबर मीडिया में आ गई तो शमी को सफाई देनी पड़ी। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि आरोप झूठे हैं और उनके गेम को खराब करने की साजिश रची जा रही है। शमी ने कहा, ””यह जितनी भी न्यूज हमारी निजी जिंदगी के बारे में चल रही है, ये सब सरासर झूठ है, ये हमारे खिलाफ बहुत बड़ी साजिश है और यह मुझे बदनाम करने और मेरा गेम खराब करने की कोशिश की जा रही है।” शमी पर लगे आरोप बेहद गंभीर हैं और अगर ये साबित होते हैं तो उनका कॅरियर खतरे में पड़ सकता है।
बोर्ड की तरफ से कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट में मोहम्मद शमी को न शामिल किए जाने पर प्रतिक्रिया भी आ गई है। सूत्रों के हवाले से कहा, ”शमी को प्लेयर कॉन्ट्रैक्ट सिस्टम से इसलिए बाहर किया गया है क्योंकि उनकी पत्नी ने उनके खिलाफ मुकदमा किया है। शमी को अनुशासनात्मक कारणों के चलते जगह नहीं दी गई है और अगर वह निर्दोष साबित होते हैं कॉन्ट्रैक्ट में जगह पा जाएंगे।”
पिछले साल शमी को बोर्ड ने ‘बी’ कैटेगेरी में रखा था। अब यह देखना होगा कि शमी इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में खेलते हैं या नहीं। उन्हें दिल्ली डेयरडेविल्स ने राइट टू मैच (आरटीएम) का प्रयोग करके अपनी टीम में रखाा है।