सरकार ने आज कहा कि विशिष्ठ लोगों (वीआईपी) के लिए नेट से रेल टिकट की तत्काल बुकिंग और इसे रद्द करने की सुविधा आधार नम्बर के इस्तेमाल के जरिए शुरू करने और रेल गाड़ियों में टीटी से खरीदे गये टिकट को केंद्रीय प्रक्रिया से जोड़ने की योजना है।
रेल गाडि़यों मे स्टेशन अगला स्टेशन आने की जानकारी देने संबंधी प्रसारण की व्यवस्था शुरू करने के बारे में सरकार ने कहा कि यात्रियों को यह सूचना देने की व्यवस्था करना सभी गाडियों में संभव नहीं है इसलिए यात्री को यदि स्टेशन की सूचना चाहिए तो उसके मोबाइल पर इस संदर्भ में संदेश भेजा जाएगा।
रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने लोकसभा में एक पूरक प्रश्न के जवाब में बताया कि सांसदों तथा अन्य वीआईपी के लिए रेल टिकट बुकिंग में कागजी कार्रवाई की प्रक्रिया खत्म करने के लिए मंत्रालय ने लोकसभा तथा राज्य सभा सचिवालय को एक प्रस्ताव भेजा है।
प्रस्ताव में सांसदों को आधार कार्ड की पहचान पर इंटरनेट से तत्काल रेल टिकट बुक कराने और इसे रद्द कराने की व्यवस्था है और इस प्रस्ताव के दोनों सचिवालय से स्वीकृति मिलने के बाद जल्द ही लागू कर दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि रेल गाड़ी में टीटी जो टिकट बनाते हैं उनको सीधे केंद्रीय प्रक्रिया से लिंक किया जा रहा है। इसके लिए टीटी को हाथ की एक मशीन दी जाएगी जिसमें टिकट कटते ही टिकट का पूरा विवरण केंद्रीय प्रक्रिया से जुड़ जाएगा और यात्री को किसी तरह की दिक्क्त नहीं आएगी।