तेजस एक्सप्रेस के शुरुआती चार चक्करों में गायब हुए 337 हेडफोन के बाद इंडियन रेलवे केटरिंग एंड टूरिज़्म कॉरपोरेशन (आईआरसीटीसी) ने अहम फैसला लिया है। आईआरसीटीसी ने इस नुकसान से निपटने के लिए 30 रुपए वाले सस्ते हेडफोन ट्रेन में मुहैया कराए हैं।
शनिवार को छत्रपति शिवाजी टर्मिनस से मुंबई-गोवा के बीच चलने वाली तेजस एक्सप्रेस के पांचवें चक्कर के लिए ऐसा किया है।आईआरसीटीसी ने गायब हुए हेडफोन्स की संख्या तो नहीं बताई, लेकिन इतना जरूर कहा कि 30 रुपये वाले 1000 हेडफोन खरीदे गए हैं। रेलवे ने अपने यात्रियों को सफर के दौरान यह व्यवस्था फ्लाइट जैसा अनुभव कराने के लिए दी है।
तेजस एक्सप्रेस की 13 यात्री बोगियों में कुल 990 सीटें हैं। इसमें खास बोगी (एग्ज़िक्यूटिव कोच) भी शामिल है, जिसकी सीटों पर लेटने के दौरान गले और पैरों को काफी सुकून मिलता है। यही नहीं, एफएफ के अलावा इसमें गेम, फिल्में और गाने देखने के लिए भी उचित बंदोबस्त हैं। यात्रा की शुरुआत में यात्रियों को इन सबका आनंद लेने के लिए नामी कंपनियों के हेडफोन दिए जा रहे थे।
हालांकि, पहले चक्कर में कुछ ही हेडफोन वापस मिले, इंफोटेनमेंट स्क्रीन के साथ भी छेड़छाड़ हुई थी और ट्रेन में कूड़ा-कचरा भी पाया गया। गायब हुए प्रत्येक हेडफोन की कीमत 200 रुपये बताई जा रही है। जबकि नए वाले हेडफोन 30 रुपए के हैं।