Thursday, November 28, 2024
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आतंकियों की धमकी के बावजूद सेना में भर्ती होने के लिए 67 हजार कश्मीरी तैयार

SI News Today

जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिले में लेफ्टिनेंट उमर फयाज की हत्या करने के चार दिन बाद घाटी के 2 हजार लड़के-लड़कियां शनिवार को यहां के बक्शी स्टेडियम में सुरक्षा बलों में भर्ती होने के लिए जमा हुए। हिजबुल मुजाहिद्दीन द्वारा लेफ्टिनेंट फयाज की हत्या करना घाटी के नौजवानों के लिए फौज में शामिल न होने को लेकर एक संदेश था। लेकिन बावजूद इसके कश्मीरी युवक-युवतियां जम्मू-कश्मीर पुलिस में सब-इंस्पेक्टर्स की भर्ती के लिए आयोजित हुए फिजिकल एन्ड्यूरेंस टेस्ट और फिजिकल स्टैंडर्ड टेस्ट के लिए शामिल हुए। कई आतंकी संगठन कश्मीरी युवकों को सुरक्षा बलों में भर्ती होने से रोकने के लिए समय-समय पर धमकी भरे वीडियो जारी करते रहते हैं।

टीओआई की रिपोर्ट के मुताबिक 698 सब-इंस्पेक्टर्स की पोस्ट के लिए 67,218 कश्मीरी युवक-युवतियों ने आवेदन किया है। इनमें से 35,722 कश्मीर और 31,498 जम्मू इलाके से हैं। जम्मू-कश्मीर के डीजीपी एसपी वैद्य ने टीओआई से कहा कि इस पोस्ट के लिए करीब 6000 कश्मीरी लड़कियों ने भी आवेदन किया है। उन्होंने कहा कि दर्जनों कश्मीरी लड़कियां रूढ़िवादी समाज की परंपराओं को तोड़ते हुए भर्ती अभियान में शामिल हुईं।

श्रीनगर की रहने वाली नुसरत जान कहती हैं कि वह स्थानीय महिलाओं की मदद करना चाहती हैं। उन्होंने कहा, कश्मीर में आतंकवाद के कारण महिलाओं ने बहुत बुरे दिन देखे हैं, जिसे अब सुधारने की जरूरत है। पुराने श्रीनगर के साइंस ग्रेजुएट मोहम्मद रफीक भट्ट ने कहा, मुझे पता है कि घाटी में एक पुलिस वाले को आतंकवादियों से लगातार धमकियां मिलती रहती हैं। लेकिन मैं आतंकियों का सामना करने को तैयार हूं। वे लोग गलत रास्ते पर हैं और इस समस्या का निपटारा करने के लिए सही रास्ता अपनाने की जरूरत है। एक आवेदक फरजाना ने कहा कि अगर मुझे पुलिस में नौकरी मिल गई तो खुद को खुशनसीब मानूंगी। फिजिकल एन्ड्यूरेंस टेस्ट और फिजिकल स्टैंडर्ड टेस्ट का पहला चरण शनिवार को शुरू हुआ। यह अभियान घाटी के अन्य जिलों में भी चलेगा।

बता दें कि 10 मई को जम्‍मू-कश्मीर के शोपियां जिले में आतंकियों ने 22 साल के भारतीय सेना के जवान उमर फयाज की हत्या कर दी थी। इस मामले में पुलिस ने हिजबुल मुजाहिद्दीन के तीन संदिग्धों की तस्वीरें जारी की हैं। पुलिस ने फयाज की हत्या के मामले में इन हिजबुल संदिग्धों की पहचान की है और उन पर इनाम की घोषणा भी की है। तीनों संदिग्धों के नाम इशफाक अहमद, ग्यस्सुल इस्लाम और अब्बास अहमद हैं। पुलिस को शक है कि ये उस संगठन का हिस्सा थे जिसने फयाज को शादी से अगवा कर उसकी हत्या कर दी थी। संदिग्धों के पोस्टर दक्षिणी कश्मीर के कई इलाकों में लगाए गए हैं।

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