ओडिशा में मजबूत चुनौती बनकर उभर रही बीजेपी को आगामी चुनावों में रोकने के लिए बीजू जनता दल के प्रेसिडेंट और मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने पार्टी को कसना शुरू कर दिया है. पटनायक ने 11 जिलों के लिए 9 वरिष्ठ नेताओं को मैदान में उतारा है. इसके साथ ही पटनायक के तीन साल पुराने मंत्रिमंडल में फेरबदल करने का रास्ता साफ हो गया है.
बीजेडी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि शनिवार को इस्तीफा देने वाले पांच नेताओं को पार्टी पर्यवेक्षक के रूप में नियुक्त किया गया है. संजय दासबर्मा को महासचिव (युवा मामले) बनाने के साथ आदिवासी बहुल दो जिलों नबरंगपुर और रायगडा का इंचार्ज बनाया गया है.
ऐसे ही अरुण साहू को भी महासचिव (स्टूडेंट अफेयर्स) बनाया गया है. उन्हें आदिवासी बहुल मयूरभंज जिले का प्रभार सौंपा गया है.
पटनायक के करीबी प्रणब प्रकाश दास को महासचिव बनाया गया है. दास को मलकानगिरी और कोरापुट जिले का प्रभार सौंपा गया है. महासचिव बनाए गए प्रदीप पाणिग्रही को गजपति जिले का प्रभार दिया गया है.
दूसरी ओर देबी प्रसाद मिश्रा को महासचिव के पद से प्रमोद करते के उपाध्यक्ष बना दिया गया है. साथ ही उन्हें संबलपुर जिले का पर्यवेक्षक बनाया गया है. संभलपुर को बीजेपी का गढ़ माना जाता है.
इसी तरह विधायक और महासचिव अतनु सव्यसाची नायक को बालासोर जिले का पर्यवेक्षक बनाया गया है. महासचिव किशोर मोहंती को सोनेपुर जिले का प्रभारी बनाया गया है. विधायक प्रफुल्ल समल को जगतसिंहपुर जिले का पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है.
बीजेपी प्रवक्ता और उपाध्यक्ष एसएन पत्रो को बालांगीर जिले का पर्यवेक्षक बनाया गया है. बालांगीर को भी बीजेपी का गढ़ माना जाता है.
मंत्रियों के इस्तीफे का बाद मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कहा, ‘मैं उन मंत्रियों का आभारी हूं जिन्होंने पार्टी के लिए काम करने की खातिर स्वैच्छिक रूप से इस्तीफा दे दिया.’
उन्होंने कहा कि मंत्रिमंडल में फेरबदल करने से सत्तारूढ़ बीजू जनता दल को लोगों की बेहतर सेवा करने में मदद मिलेगी.