इंडियन मिलिट्री अकेडमी देहरादून में पासिंग आउट परेड के दौरान रिक्रूट्स को संबोधित करते हुए आज (10 जून 2017) भारतीय सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने जम्मू-कश्मीर मुद्दे पर अपने दिल की बात कहीं। उन्होंने कहा, ‘कश्मीर में ऑपरेशन के दौरान जवानों के सामने ढाल बनकर महिलाएं खड़ी हो जाती हैं। इससे परेशानी का सामना करना पड़ता है। इस समस्या से निपटने के लिए सेना में महिला पुलिस जवान की नियुक्ति की जाएगी।’ आर्मी चीफ ने आगे कहा, ‘क्योंकि हम लोग कई बार जब ऑपरेशन में जाते हैं तो हमें आवाम का सामना करना पड़ता है। कई बार तो महिलाएं ही हमारे सामने आ जाती हैं। इसलिए सबसे पहले हम महिलाओं की मिलिट्री जवानों के रूप में नियुक्ति कराने जा रहे हैं। हमारे रैंक में जवान और सरदार साहेबान होते हैं। अब उस रैंक में लेडीज की भी जरूरत हैं।’
कश्मीर में हालात बिगड़ने का जिम्मेदार सेना प्रमुख ने सोशल मीडिया को ठहराया। आईएमए देहरादून में सेना प्रमुख ने कहा कि कश्मीर में नौजवान सोशल मीडिया के जरिए गलत सूचनाएं देकर लोगों को उकसा रहे हैं। आतंकवाद से निपटने के लिए हमें अपडेट होने की जरूरत है। क्योंकि आतंकी नए-नए तरीके अपना रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर हमारे पास भी मॉर्डन टेक्नोलॉजी हो और उसका सही तरीक से इस्तेमाल किए जाए तो आवाम को तकलीफ नहीं होगी। साथ ही हम भी सक्ष्म होंगे। उन्होंने आगे कहा कि सेना कश्मीर में अमन और शांति कायम करनी चाहती है। हम किसी से लड़ने नहीं आए हैं। चीन सीमा पर हालात सामान्य हैं। चीन और हम सेना का इस्तेमाल करते हैं।