हुगली नदी पर देश का पहला अंडरवाटर मेट्रो टनल बनकर तैयार हो गया है। यह हावड़ा और कोलकाता को आपस में जोड़ेगा। कोलकाता मेट्रो रेल निगम (केएमआरसी) द्वारा बनाए गए 16.4 किलोमीटर टनल में करीब 9 हजार करोड़ रुपए का खर्च आया है। केएमआरसी के एमडी सतीश कुमार ने शुक्रवार (23 जून, 2017) को मीडिया से कहा, ‘भारत दुनिया के उन चुनिंदा देशों में शामिल हो गया है जहां इस तरह का कारनामा किया गया है। साल 1984 में देश की पहली मेट्रो भी कोलकाता में ही चलाई गई थी।’ उन्होंने आगे कहा कि केएमआरसी टीम, भारतीय और विदेश इंजीनियरों ने हुगली नदी के नीचे देश के पहले अंडरवाटर टनल का काम पूरा कर लिया है। सतीश कुमार ने आगे कहा कि हावड़ा टनल का काम पिछले साल अप्रैल में शुरू किया गया था जबकि 20 जून तक कोलकाता में इसे पूरा कर लिया गया। टनल को नदी के 13 मीटर व जमीन के 30 मीटर नीचे बनाया गया है। शहर में साल्ट लेक और फूलबगन के बीच पहले चरण में पूर्व-पश्चिम मेट्रो कॉरिडोर का संचालन अगले साल शुरू होगा। जबकि साल 2020 तक इसका पूर्ण रूप से संचालन किया जाएगा। सूत्रों के अनुसार इस प्रोजेक्ट के लिए जापान के बैंक ऑफ इंटरनेशनल कॉपरेशन से करीब पांच हजार करोड़ की मदद मिली है।
वहीं इस टनल के पूरा होने से नदी के पश्चिम में स्थित हावड़ा स्टेशन पूर्व में स्थित महाकरन, सियालदह, साल्टलेक स्टेडियम, फूल बागान, सिटी सेंटर, बंगाल केमिकल्स, सेंट्रल पार्क, करुणामई और साल्ट लेक सेक्टर-5 स्टेशनों से जुड़ जाएंगे। जानकारी के लिए बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केरल की पहली मेट्रो ट्रेन का इनॉगरेशन किया था जोकि देश की पहली मेट्रो सेवा होगी जिसमें वाटर मेट्रो भी होगी। इस प्रोजेक्ट के लिए शहर के दस आईलैंड्स को बोट ट्रांसपोर्ट के जरिए जोड़ा जाएगा। सूत्रों के अनुसार यात्रियों को मेट्रो तक पहुंचाने के लिए यह इंतजाम किया जा रहे हैं। केरल के मेट्रो प्रोजेक्ट में करीब 820 करोड़ का खर्च आने की उम्मीद है।