हापुड़: कोलकाता से लुधियाना तक 22 हजार करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले रेलवे फ्रेट कॉरिडोर जिले के 13 गांवों से गुजरेगा। एलिवेटेड ट्रैक पर जमीन से करीब 18 फीट की ऊंचाई पर मालगाड़ी दौड़ेंगी। भूमि का अधिग्रहण कर प्रशासन मुआवजा वितरण कर रहा है। इसके किनारे शासन पहले ही लघु उद्योग लगाने की घोषणा कर चुका है। मालगाडिय़ों का सफल संचालन करने के लिए रेलवे द्वारा कोलकाता से लुधियाना तक फ्रेट कॉरिडोर बनाया जा रहा है। इसके लिए विभिन्न जंक्शनों पर मालगाडिय़ों के गोदाम भी बनाए जा रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि यह कॉरिडोर पहले हापुड़ जंक्शन से निकाला जाना था, लेकिन इसके लिए हापुड़ जंक्शन को ध्वस्त करना पड़ता, इसलिए रेलवे ने योजना बदल दी। अब इसे हाफिजपुर से होते हुए गांव कैली निकाला जाएगा। हृदयपुर, मुर्शदपुर, ब्रजनाथपुर, फाजिलपुर उर्फ मोरपुर, गिरधरपुर, तुमरैल, रघुनाथपुर, अनवरपुर, बड़ौदा ङ्क्षहदवान, नंगौला सहित 13 गांव से गुजरने वाले कॉरिडोर के लिए एलिवेटेड ट्रैक सिंगल बनाया जाएगा। एक बार में एक मालगाड़ी का ही संचालन इस पर होगा। डीआरएम ए.के. सिंघल ने बताया कि फ्रेट कॉरिडोर से मालगाडिय़ों का संचालन बाधित नहीं होगा। काम शुरू कराने की सभी तैयारी कर ली गयी हैं।
ढाई घंटे दो ट्रेन खड़ी रखने पर यात्रियों का हंगामा
हापुड़ रेलवे यार्ड की पटरियों की मरम्मत के चलते आए दिन लेट हो रहीं ट्रेनों को लेकर मंगलवार को यात्रियों का आक्रोश फूट पड़ा। दो पैसेंजर ट्रेनों को रेलवे अफसरों ने लग-अलग प्लेटफार्म पर करीब ढाई घंटे रोके रखा। भीषण गर्मी में एक यात्री बेहोश भी हो गया। सब्र टूट गया और यात्रियों ने रेलवे अफसरों के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए हंगामा काटा। खतौली हादसे के बाद विभिन्न रेलमार्गों पर पटरियों की मरम्मत का काम किया जा रहा है। आज मेरठ से खुर्जा जाने वाली खुर्जा-मेरठ पैसेंजर और दिल्ली से मुरादाबाद की तरफ आ रही पुशपुल पैसेंजर करीब साढ़े 11 बजे हापुड़ स्टेशन पहुंची। दोनों पांच मिनट ठहराव के बाद रवाना हो जाती है लेकिन ढाई घंटे तक रोके रखा गया तो दोनों पैसेंजर ट्रेनों के यात्री प्लेटफार्म पर उतर गए और हंगामा शुरू कर दिया। स्टेशन मास्टर ने बताया कि पटरियों की मरम्मत होने से दोनों ट्रेनों को रोककर एक्सप्रेस ट्रेनों को निकाला गया।