गैंगरेप के आरोप में पिछले दिनों गिरफ्तार किए गए उत्तर प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री गायत्री प्रजापति के खिलाफ मंगलवार को लखनऊ के गौतमपल्ली थाने में धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया.
पुलिस सूत्रों ने बताया कि मेरठ के परतापुर निवासी राकेश प्रजापति ने गौतमपल्ली थाने में दी गई तहरीर में आरोप लगाया है कि उन्होंने साल 2015 के अंत में तत्कालीन परिवहन मंत्री गायत्री को अपने एक रिश्तेदार को नौकरी दिलाने के लिए छह लाख रुपये दिए थे. काम नहीं होने पर जब वह रुपये वापस मांगने गए, तो गायत्री ने उन्हें धक्के मारते हुए बेइज्जत करके बाहर निकलवा दिया. उन्होंने बताया कि इस मामले में मंगलवार को गायत्री के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया.
गौरतलब है कि गायत्री प्रजापति तथा उनके छह अन्य साथियों पर एक महिला से सामूहिक बलात्कार और उसकी बेटी से छेड़खानी के आरोप में सुप्रीम कोर्ट के 17 फरवरी के निर्देश पर मुकदमा दर्ज किया गया था। लुकाछिपी के लंबे दौर के बाद उन्हें आखिरकार 15 मार्च को गिरफ्तार कर लिया गया था. गिरफ्तारी के बाद उनको 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. उनकी गिरफ्तारी नहीं हो पाने के कारण अखिलेश सरकार की खूब किरकरी भी हुई थी.
पूर्ववर्ती अखिलेश यादव सरकार में काफी प्रभावशाली मंत्री रहे गायत्री इस बार भी अमेठी विधानसभा सीट से सपा के टिकट पर चुनाव लड़े थे, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा.