मुंबई में पिछले साल अक्टूब में सुमैया अब्दुल सत्तार के पति ने उसे तीन तलाक कहकर छोड़ दिया था, जिसके बाद सुमैया ने अपने पति को तलाक दिया और उसके खिलाफ घरेलु हिंसा, प्रताड़ित करने और शादी के समय दिए गए उपहारों की वापसी के लिए कुर्ला पुलिस थाने में केस दर्ज करा दिया है। अब सुमैया का पति फिरोज़ इकबाल अगवान चाहता है कि वह उससे दोबारा शादी कर ले, लेकिन सुमैया ने फिर से शादी करने से इनकार कर दिया। सुमैया ने शादी से इनकार करते हुए कहा कि फिरोज़ से दोबारा शादी करने के लिए हलाल निकाह जैसी अपमानजनक प्रक्रिया से नहीं गुजरना चाहती।
आपको बता दें कि हलाला निकाह उसे कहते हैं अगर महिला अपने पहले पति से शादी करती है तो उससे पहले उसे किसी अन्य व्यक्ति से शादी कर उसे तलाक देना होगा और तब उसकी शादी पहले पति से होगी। सुमैया के पिता ने कहा कि हम फिर से हमारी बेटी को फिरोज़ से शादी करने की इजाजत नहीं देंगे। इन दोनों का मुकदमा फैमिली कोर्ट में चल रहा है। फरवरी में सुनवाई के दौरान कोर्ट ने दोनों से कहा कि आपस में अपने मतभेदों को सुलझाकर आप अपनी शादी को बचा सकते हैं। सुमैया के वकील के अनुसार कोर्ट की इस बात के बाद महीम के रहने वाले फिरोज ने सुमैया के साथ फिर से शादी करने की बात कही थी।
वहीं इस मामले पर फिरोज का कहना है कि उसने ऐसा कुछ नहीं कहा है। वह फिर से सुमैया से शादी नहीं करना चाहता। फिरोज ने कहा कि सुमैया ने मेरी और मेरे परिवार की जिंदगी बर्बाद की है। सुमैया ने मेरे खिलाफ गलत आरोप लगाकर केस दर्ज कराया। सुमैया ने इस साल मार्च में फिरोज और अन्य पांच लोगों पर पुलिस थाने में केस दर्ज कराया था। सुमैया ने बताया कि पिछले साल अक्टूबर में एक अज्ञात व्यक्ति सुमैया के पिता के घर की बिल्डिंग वाले सिक्यूरिटी गार्ड को सौम्या के नाम का एक पेपर देकर चला गया था। जिसमें फतवा जारी करते हुए कहा गया था कि अगर पति तलाक लेना चाहता है तो उसके लिए महिला का होना जरूरी नहीं है। इस पेपर पर फिरोज का नाम लिखा हुआ था लेकिन इसपर फिरोज़ के साइन नहीं थे।