अपने पांच तथा तीन वर्ष के दो बेटों को नहर में फेंकने के बाद 35 वर्षीय महिला ने आत्महत्या करने के लिये स्वयं भी नहर में छलांग लगा दी। लोगों ने महिला को तो बचा लिया लेकिन उसके दोनों बेटों की मौत हो गयी। इधर दोनों पोतों की मौत की खबर सुनकर बीमार दादी ने घर में दम तोड़ दिया। महिला को उपचार के लिए शासकीय अस्पताल में भर्ती किया गया है। मानसिक स्थिति स्थिर नहीं होने के कारण महिला को कड़ी सुरक्षा में रखा गया है।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) संजय साहू ने बताया कि मझगवां थानाक्षेत्र के निवासी राजेंद्र कुम्हार बुधवार अपनी भांजी की शादी में गया था। उसकी पत्नी अनीता कुम्हार गुरुवार की सुबह अपने बेटे अभिषेक (5) तथा आनंद (3) के साथ घर से निकली और बस से ग्राम पौंडीकला थाना गोसलपुर पहुंचने के बाद अपने दोनों बच्चों को नहर में फेंकने के बाद आत्महत्या करने के लिए खुद भी नहर में कूद गयी। नहर के पास चाय की दुकान पर खड़े युवकों ने महिला को किसी तरह बचा लिया। एक घंटे की तलाश के बाद दोनों बच्चों के शव बरामद हुए।
साहू ने बताया कि दोनों बच्चों की मौत की खबर महिला के घर पहुंची तो बीमार दादी ने भी सदमें में दम तोड़ दिया। एएसपी ने बताया कि महिला के खिलाफ धारा 302 तथा 309 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। पूछताछ के दौरान महिला ने बताया कि उसका पति और वह ईंट भट्टा में काम करते थे तथा वह विगत तीन-चार वर्षों से पेट दर्द की समस्या से पीड़ित थी। इलाज व झाड़-फूंक से भी आराम नहीं हो रहा था, इस कारण उसने आत्महत्या करने का मन बना लिया। बच्चे छोटे थे तथा उनकी देखभाल कौन करता, इसलिये उसने बच्चों को भी नहर में फेंकने का फैसला लिया। महिला की मानसिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण उसे कड़ी सुरक्षा में शासकीय विक्टोरिया अस्पताल में रखा गया है।