एक न्यूज चैनल के स्टिंग ऑपरेशन में कश्मीर के अलगाववादी नेता नईम खान को पाकिस्तान के आतंकी संगठनों और एजेंसी से कथित तौर पर पैसे लेने की बात कबूलते दिखाए जाने के बाद नईम खान के लिए मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं। शनिवार को हुर्रियत चेयरमैन सय्यद अली शाह गिलानी ने नईम खान के नेतृत्व वाले नेशनल फ्रंट को अलगाववादी समूह से अस्थायी रूप से बाहर कर दिया। नईम खान ने शनिवार को दावा किया था कि इंडिया टूडे का यह स्टिंग ऑपरेशन फर्जी है। साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि वीडियो से ‘‘छेड़छाड़’’ की गई है।
अलगाववादी नेता नईम खान और फारूक डार उर्फ ब्टिटा कराटे का स्टिंग ऑपरेशन सामने आने के बाद यह कदम उठाया गया है। स्टिंग ऑपरेशन में उन्होंने पाकिस्तान के आतंकवादी संगठनों से धन हासिल करना स्वीकार किया है। अलगाववादी समूह के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘‘अपनी विशेष शक्तियों का (हुर्रियत के संविधान के मुताबिक) का प्रयोग करते हुए गिलानी ने नेशनल फ्रंट को हुर्रियत कांफ्रेंस की प्राथमिक सदस्यता से तब तक के लिए निलंबित कर दिया जब तक कि सभी संबंधित मुद्दों पर स्पष्टीकरण नहीं आ जाता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि खान (नईम) ने क्लिप की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े किए हैं लेकिन उनकी सदस्यता निलंबित रहेगी और निलंबन श्रीनगर और हुर्रियत के पीओके चैप्टर में तत्काल प्रभाव से लागू होगा। यह मेरा नैतिक कर्तव्य है और फोरम के प्रमुख के तौर पर मुझे अपना काम पूरा करना है।’’ हुर्रियत ने ‘पक्षपाती रिपोर्टिंग’ के लिए मीडिया की भी आलोचना की। प्रवक्ता ने कहा, ‘‘वे औपनिवेशिक मानसिकता को बढ़ावा दे रहे हैं और नेतृत्व तथा स्वतंत्रता की जारी लड़ाई को बदनाम करने पर तुले हुए हैं।’’
गिलानी ने कहा कि हिज्बुल मुजाहिद्दीन के आतंकवादी बुरहान वानी के मुठभेड़ में मारे जाने के बाद घाटी में 2016 में उत्पन्न अशांति ‘‘न तो सुनियोजित थी न ही उसे पाकिस्तान ने उकसाया था।’’ इससे पहले संवाददाता सम्मेलन में अलगाववादी नेता नईम खान ने कहा कि वीडियो से ‘‘छेड़छाड़’ हुई है और उन्होंने चैनल को पूरा वीडियो चलाने की चुनौती दी।