पौराणिक कथाओं में हनुमान जी को शिवजी का 11वां अवतार बताया गया है। पवनपुत्र हनुमान जी को कलयुग का देवता कहा जाता है। यही कारण है कि जब किसी व्यक्ति की कुंडली में शनि, मंगल, राहु और केतु जैसे पापी ग्रहों के दुष्प्रभाव होते हैं तो उसे मंगलवार को हनुमान जी पूजा करने की सलाह दी जाती है। कहा जाता है कि इस दिन हनुमान जी की पूजा करने से कई ग्रहों के नकारात्मक प्रभाव कम होते हैं। जिन लोगों की कुडंली ने मंगल दोष होता है, उन लोगों को मंगलवार के दिन हनुमान जी की पूजा करने की सलाह दी जाती है। इस दिन हनुमान जी की पूजा करने से मंगल ग्रह के अशुभ योग भी दूर होते हैं। कलयुग के समय में हनुमान जी को प्रसन्न करना सबसे आसान है, इसलिए आज हम आपको ऐसे कुछ उपाय बताने जा रहे हैं जिन्हें अपनाने से हनुमान जी को प्रसन्न किया जा सकता है।
पीपल का पेड़ घर में होना नकारात्मक माना जाता है, लेकिन यही उसका सही इस्तेमाल किया जाए तो वो आपके समृद्धि का कारण भी बन सकता है। पैसे की तंगी या अन्य किसी तरह की समस्या का समाधान हनुमान जी को प्रसन्न करके किया जा सकता है। हर मंगलवार और शनिवार को किसी पीपल के पेड़ के 11 पत्ते तोड़ लें। ध्यान रहे कि ये पत्ते कहीं से टूटे हुए नहीं होने चाहिए। इसके बाद इन पत्तों को साफ पानी से साफ कर लें। कुमकुम या चंदन मिलाकर इन पत्तों पर राम नाम लिखें। इन पत्तों पर नाम लिखते समय हनुमान चालीसा का पाठ अवश्य करें।
इसके बाद राम नाम लिखे पत्तों की माला बनाएं। इस माला को हनुमान मंदिर में जाकर बजरंगबली को अर्पित करें। इस उपाय को प्रत्येक सप्ताह करें। कुछ ही समय में सकारात्मक परिणाम आपके सामने आने लगेंगे। इसके साथ ही सबसे आसान उपाय हनुमान जी को प्रसन्न करने का है कि किसी पीपल के पेड़ के नीचे मंगलवार या शनिवार के दिन बैठ कर हनुमान चालीसा का पाठ करें। इस उपाय को करने से हनुमान जी प्रसन्न होते हैं और काम में आ रही बाधाओं को दूर करते हैं।