Sunday, October 6, 2024
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प्रणय रॉय के यहां छापे की रवीश कुमार ने की पोलैंड के आपातकाल से तुलना

SI News Today

सीबीआई द्वारा सोमवार को मीडिया ग्रुप एनडीटीवी के सह संस्थापक प्रणय रॉय के दिल्ली स्थित घर-दफ्तर पर सीबीआई छापे के बाद पूरे देश में ये खबर सुर्खियों में बनी हुई है। कुछ लोग इसे अघोषित आपातकाल बता रहे हैं तो वहीं एक वर्ग इसे पिछले दिनों बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा का चैनल की एक चर्चा के दौरान निकाल देने वाले वाकये से भी जोड़ कर देख रहा है। एनडीटीवी के सीनियर एंकर रवीश कुमार ने अपने शो प्राइम टाइम पर इस छापेमारी को लेकर अपनी बात रखी। रवीश पहले भी एक बार टीवी स्क्रीन ब्लैक करके और एक बार स्टूडियो में माइम आर्टिस्टों को बुलाकर सबका ध्यान अपनी ओर खींच चुके हैं। रवीश ने अपने शो प्राइम टाइम में मौजूदा हालात की तुलना पोलैंड के आपातकाल से की। रवीश ने कहा है कि इस समय देश के पत्रकार बेहद डरे हुए हैं। दो चार मुद्दों पर ही सारी बहस हो रही है। पत्रकारों को अपने फोन टैपिंग का डर है। रवीश ने मीडिया के एक हिस्से को गोदी मीडिया कहकर संबोधित किया। उन्होंने कहा कि गोदी मीडिया के कुछ हिस्से बिना तथ्यों की जांच किए उतावले हो गए हैं। वहीं व्हाट्सऐप यूनिवर्सिटी के ज़रिये तरह तरह की अफवाह फैलाई जाने लगी है। उन्होंने आगे कहा, ‘नेता चाहे हम पर जितना भी हमला करें, हम भारत में मीडिया की आज़ादी की लड़ाई से पीछे नहीं हटेंगे।’ इसके अलावा रवीश का फेसबुक पेज पर लिखी गई पोस्ट भी काफी शेयर की जा रही है।

फेसबुक पर रवीश ने लिखा है कि, “तो आप डराइये, धमकाइये, आयकर विभाग से लेकर सबको लगा दीजिये। ये लीजिये हम डर से थर थर काँप रहे हैं। सोशल मीडिया और चंपुओं को लगाकर बदनामी चालू कर दीजिये लेकिन इसी वक्त में जब सब ‘गोदी मीडिया’ बने हुए हैं , एक ऐसा भी है जो गोद में नहीं खेल रहा है। आपकी यही कामयाबी होगी कि लोग गीत गाया करेंगे- गोदी में खेलती हैं इंडिया की हज़ारों मीडिया। एन डी टी वी इतनी आसानी से नहीं बना है, ये वो भी जानते हैं। मिटाने की इतनी ही खुशी हैं तो हुजूर किसी दिन कुर्सी पर आमने सामने हो जाइयेगा। हम होंगे, आप होंगे और कैमरा लाइव होगा।” हालांकि सरकार की तरफ से केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने कहा है कि अगर कोई कुछ गलत करता है तो केवल इसलिए आप सरकार से चुप रहने की अपेक्षा नहीं कर सकते कि वह मीडिया से संबद्ध है। अधिकारी अपनी ड्यूटी कर रहे हैं और इसमें कोई राजनीतिक हस्तक्षेप नहीं है।

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