गुड़गांव के रेयान इंटरनेशनल स्कूल की सेकंड क्लास में पढ़ने वाले प्रद्युम्न की टॉयलेट में 8 सितंबर को हत्या कर दी गई थी। अब उसके बेस्ट फ्रेंड को लगता है कि जब भी वह वॉटर कूलर या टॉयलेट जाएगा तो उसके मारे गए दोस्त की यादें उसे परेशान कर सकती हैं, क्योंकि यहां दोनों अकसर साथ जाते थे। प्रद्युम्न अपने दोस्त के जन्मदिन को लेकर बहुत उत्साहित था, लेकिन उसी दिन उसकी हत्या हो गई। बच्चे के पिता के कहने पर उसकी पहचान गुप्त रखी गई है। प्रद्युम्न के बेस्ट फ्रेंड के पिता ने कहा कि जबसे उसने खून से लथपथ अपने दोस्त का शव और स्कूल के आसपास पुलिस का घेराव देखा है, तबसे वह बहुत डरा हुआ है। उस दिन के बाद से वह ठीक से सो नहीं पाया है। बच्चे के माता-पिता उसे काउंसलर के पास ले जाने पर विचार कर रहे हैं, ताकि वह ट्रॉमा से बाहर आ सके।
रिपोर्ट के मुताबिक बच्चे ने कहा कि उस दिन मेरा जन्मदिन था और मैं उसके लिए चॉकलेट लाया था। प्रद्युम्न ने कहा था कि मैं अलग से उसके लिए चॉकलेट्स रख दूं। मैं उससे मिल नहीं सका। जब मैं स्कूल पहुंचा तो उसकी हत्या हो चुकी थी। मैं बहुत रोया, जब सीनियर्स ने बताया कि अब वह नहीं रहा। पीड़ित छात्र ने कहा, मैं अपना बर्थडे भी ठीक से नहीं मना पाया, क्योंकि मैंने इसी दिन अपने दोस्त को खो दिया। जब हादसे के 10 दिन बाद स्कूल खुला तो 34 में से सिर्फ 5 बच्चे क्लास में आए थे। उन्हें रूम में घुसते हुए डर लग रहा था और क्लास भी पहले फ्लोर पर शिफ्ट कर दी गई थी। घटनास्थल और उसके आसपास की जगह की घेराबंदी कर दी गई है।
उस बच्चे ने बताया कि हम दोनों साथ बैठते थे और एक ही बेंच पर बैठकर लंच करते थे। प्रद्युम्न को मिठाइयां बहुत पसंद थीं और जब भी क्लास में किसी का बर्थडे होता था तो वह बहुत उत्साहित हो जाता था। मासूम ने कहा कि जिस दिन से उसकी हत्या हुई है, मैं ठीक से सो नहीं पाया और इतनी हिम्मत भी नहीं है कि उसी क्लास में बैठ सकूं। मुझे एेसा लग रहा है कि वह मेरे पास है और साथ चल रहा है। उसने कहा कि मैं उसकी मौजूदगी को महसूस कर सकता हूं, इसलिए बहुत डरा हुआ हूं।