इंसान पढ़-लिखकर अच्छी नौकरी पाने के लिए जी-जान लगा देता है और जब उसे मनचाही नौकरी मिलती है तो उसकी खुशी का ठिकाना नहीं रहता। वह आगे बढ़ने के लिए काफी मेहनत करता है ताकि उसका प्रमोशन हो सके और उसकी सैलरी में इज़ाफा आए। कई बार होता है कि मेहनत को देखकर प्रमोशन जल्दी हो जाता है, तो कभी काफी मेहनत करने के बावजूद प्रमोशन नहीं मिल पाता, जिसके कारण व्यक्ति इतना तनाव में चला जाता है कि उसे अपने सामने खुदकुशी के अलावा कोई रास्ता नहीं दिखाई देता। ऐसा ही एक मामला बेंगलुरु में देखने को मिला जहां पर प्रमोशन न मिलने के कारण 26 वर्षीय एक महिला ने फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली।
मृतक महिला का नाम दिव्या दमयंती है। दिव्या अपने पति चिन्नैया और तीन साल के बेटे के साथ उत्तर-पूर्वी बेंगलुरु के विद्यारनपुरा में रहती थी। चिन्नैया द्वारा पुलिस को दी गई जानकारी के अनुसार, दिव्या एक प्राइवेट सेल्युलर कंपनी में सेल एग्जिक्यूटिव के तौर पर काम करती थी। वह काफी समय से इस कंपनी में काम कर रही थी। दिव्या के काम और मेहनत को देखकर उसकी कंपनी के बड़े अधिकारियों ने उससे वादा किया था कि पिछले प्रदर्शन को देखते हुए उसका प्रमोशन किया जाएगा। दिव्या आशा करने लगी कि प्रमोशन के बाद उसे प्लोर मैनेजर बना दिया जाएगा। इस साल का अप्रेजल उसे मिला तो उसमें उसको प्रमोशन न देने की बात लिखी हुई थी। यह जानने के बाद दिव्या काफी परेशान हो गई और उसने इस बारे में अपने साथ काम करने वाले लोगों से बात की। उन्होंने दिव्या से कहा कि तुम्हारे पास अनुभव की कमी है जिसकी वजह से उसे फ्लोर मैनेजर का पद नहीं दिया गया।
बुधवार को अपना काम खत्म करने के बाद दिव्या पालना घर से अपने बेटे को लेकर कोडीगेहाल्ली पहुंची। वहां अपने रिश्तेदार के यहां बेटे को छोड़ने के बाद दिव्या घर चली गई। जब चिन्नैया रात के 8 बजे घर पहुंचा तो उसने दिव्या को आवाज लगाई लेकिन जब काफी देर तक घर का दरवाजा किसी ने नहीं खोला तो उसने दरवाजा तोड़ दिया। वह घर में घुसा तो उसने देखा कि दिव्या का शव सीलिंग फैन से लटका हुआ था। चिनैया ने इसकी जानकारी पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने दिव्या के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि हमें घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है और इस पूरे मामले की जांच की जा रही है।