बहुजन समाज पार्टी (बसपा) से निकाले गए नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने नई पार्टी का गठन किया है। उनकी पार्टी का नाम है राष्ट्रीय बहुजन मोर्चा। एक जमाने में नसीमुद्दीन सिद्दीकी बीएसपी का मुस्लिम चेहरा माने जाते थे। हाल ही में उन्हें पार्टी के जनरल सेक्रेटरी के पद से हटा दिया गया था। उनका आरोप था कि बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने उनसे 50 करोड़ रुपये मांगे हैं। उन्होंने फोन पर रिकॉर्ड की गई बातचीत भी जारी की थी, जिसमें कथित रूप से मायावती पैसे मांगते हुए सुनी गई थीं। इस पर मायावती ने कहा था कि वह सदस्यता बनाने के लिए दिए गए पार्टी फंड को वापस मांग रही थीं। इस मुद्दे पर जब सहयोगी इंडियन एक्सप्रेस ने उनसे पूछा था कि वह बीएसपी से अपने निष्काषित होने का क्या कारण मानते हैं तो उन्होंने कहा था, मैंने सब प्रेस कॉन्फ्रेंस में बता दिया था। मैं इस पर तब तक कुछ नहीं कहूंगा, जब तक मायावती कुछ नहीं करेंगी।
11 मई को प्रेस कॉन्फ्रेंस में सिद्दीकी ने कहा था कि मायावती ने मुसलमानों के लिए अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए कहा था कि ये दाढ़ी वाले कुत्ते हैं। इन्होंने हमारी पार्टी को वोट क्यों नहीं दिया। सिद्दीकी ने कहा था कि मुझपर झूठे इल्ज़ाम लगाकर पार्टी से निष्कासित किया गया। मायावती ने जब मुझसे पैसों की मांग की थी तो मैंने उनसे कहा था कि अगर मैं अपनी जमीन बेच भी दूं, तो इतनी रकम नहीं मिलेगी। मैंने मायावती से यह भी कहा था कि मैं पार्टी के लिए कुछ भी करने के लिए तैयार हूं, लेकिन मुझ पर गलत आरोप लगाए गए।
इसके बाद सिद्दीकी ने कहा था कि जिस कांशीराव ने इस पार्टी की नींव रखी थी, मायावती ने उसी कांशीराव के बारे में भी बुरा बोला था। सिद्दीकी ने कहा था कि बहनजी आपको जिसने राजनीति सिखाई आप उनके बारे में बुरा कैसे बोल सकती हैं। इसके जवाब में बहनजी ने मुझसे कहा था कि मैं तुम्हारे खिलाफ कार्रवाई करूंगी। सिद्दीकी ने मायावती पर आरोप लगाया कि वह खुद पार्टी को खत्म करना चाहती हैं ताकि उनके अलावा कोई अन्य व्यक्ति बसपा का सुप्रीमो न बन सके।