चीन ने गुरुवार (31 अगस्त) को संकेत दिया कि अगले सप्ताह ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से इतर भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की मुलाकात होने की उम्मीद है। यह पूछे जाने पर कि क्या दोनों नेता मिलेंगे, विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने कहा, “बहुपक्षीय बैठकों के दौरान द्विपक्षीय बैठकों का आयोजन किया जाता रहा है। यदि समय की इजाजत हुई तो चीन उचित व्यवस्था करेगा।”
यदि मोदी व शी जिनपिंग की मुलाकात हुई तो ऐसा दो महीने से ज्यादा समय तक चले डोकलाम गतिरोध के खत्म होने के बाद होगा। इस गतिरोध से दोनों देशों के संबंधों में खटास बढ़ गई थी। ब्रिक्स की वार्षिक बैठक चीन के शहर शियामेन में 3 सितंबर को शुरू होगी। अगर बैठक हुई तो यह मोदी व शी के बीच इस साल तीसरी बैठक होगी।
इनकी पिछली बैठक शंघाई सहयोग संगठन की अस्ताना में जून में हुए सम्मेलन में हुई थी। वे सीमा विवाद के बाद बीच अनौपचारिक तौर से जर्मनी में जी-20 के दौरान मिले थे। बता दें कि ब्रिक्स सम्मेलन चीन के शियामेन शहर में होने जा रहा है जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 3 से 5 सितंबर तक शिरकत करेंगे। मोदी समेत ब्राजील,रूस, चीन और दक्षिण अफ्रीका के शासनाध्यक्ष भी इस शिखर सम्मेलन में शामिल होंगे।
इधर, ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से पहले भले ही भारत और चीन के बीच चल रहा डोकलाम विवाद सुलझता नजर आ रहा हो लेकिन चीन के रक्षा मंत्रालय ने यह कहकर मामले को फिर से भड़काने की कोशिश की है कि वो विवादित सीमा क्षेत्र में अपने सैनिकों की गश्ती और तेज करेगा। खबर के मुताबिक गुरूवार (31 अगस्त) को चीनी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि दो महीने से ज्यादा के अंतराल के बाद दोनों देश डोकलाम से अपनी-अपनी सेना पीछे हटाने को राजी हो गए हैं बावजूद इसके हमलोग दोनों देशों के बीच विवादित सीमा क्षेत्र में सैनिकों की गश्त तेज करेंगे।