जमशेदपुर में हत्या का एक चौंकाने वाला मामला सामने है। यहां पर भीड़ ने एक शख्स की पुलिस के सामने ही हत्या कर डाली। सिर्फ इतना ही नहीं भीड़ ने शख्स की हत्या करने के लिए उसे पुलिस की जीप से बाहर निकालकर पीटा था। उत्तम वर्मा का दावा है कि भीड़ ने उसके भाई गौतम को पुलिस की जीप से निकालकर पीट-पीट कर मार डाला। उत्तम के मुताबिक वह अपने परिवार के साथ टाटा मेन अस्पताल की दूसरी मंजिल पर था जब उसके भाइयों समेत 7 लोगों को भीड़ ने मौत के घाट उतार दिया।
रिपोर्ट्स के मुताबिक भीड़ ने उन लोगों पर बच्चे अगवा करने वाला गिरोह समझकर हमला कर दिया था। उत्तम का दावा है कि उन्होंने हाल ही में टॉयलेट्स बनाने का कारोबार शुरू किया था और वे आस-पास के इलाकों में अवेरनेस प्रोग्राम चला रहे थे। जमशेदपुर वापिस लौटते समय उन पर यह हमला हुआ था। उत्तम ने कहा- “हमें गोरदीह गांव के पास सड़क के किनारे भीड़ ने रोक लिया। हमें रोकने के बाद वे हमसे सवाल पूछने लगे और फिर उन्होंने आरोप लगाया कि हम बच्चों को अगवा कर रहे थे। उनके पास तलवारें और कई हथियार थे।”
उत्तम ने आगे बताया- “पुलिस के आने के बाद हमने थोड़ा सुरक्षित महसूस किया। मेरे भाई पुलिस जीप के पास पहुंचे लेकिन इतने में ही भीड़ ने उन पर हमला कर दिया। मैंने अपने भाई को अपनी आंखों के सामने मरते हुए देखा।” वहीं उत्तम का दावा है कि यह सब पुलिस की मौजूदगी में हुआ। उत्तम ने आगे कहा- “हम चाहते हैं कि इस मामले में इंसाफ हो। हत्यारों को सजा जरूर मिलनी चाहिए।” इस वारदात के बाद राज्य सरकार ने मारे गए लोगों के परिजनों को 2 लाख रुपये का मुआवजा देने की भी घोषणा की है लेकिन परिजनों ने इसे लेने से इंकार कर दिया है।