काशीपुर: उधमसिंहनगर जिले के काशीपुर में हिंदू संगठनों ने पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी का पुतला फूंका। संगठन दशहरे के दिन पश्चिम बंगाल में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन पर रोक लगाने के फैसले से नाराज़ है। उन्होंने ममता सरकार पर एक समुदाय के लोगों को खुश करने का आरोप लगाया है। हिंदू संगठनों ने राष्ट्रपति के नाम एसडीएम को ज्ञापन देकर पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन की मांग भी की।
दरअसल, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मुहर्रम की वजह से 24 अगस्त को दशहरे के मौके पर 30 सितंबर से एक अक्टूबर 2017 तक दुर्गा प्रतिमा विसर्जित करने पर रोक लगाने का निर्देश दिया है। जिससे नाराज विभिन्न हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता आज काशीपुर के एमपी चौक पर एक जुट हुए। इस दौरान उन्होंने ममता बनर्जी का पुतला फूंककर विरोध जताया।
कार्यकर्ताओं का कहना है कि तृणमूल सरकार का यह फैसला हिंदू समुदाय के लोगों की भावनाओं को आहत करने वाला है। सरकार ने यह फैसला सिर्फ एक समुदाय को खुश करने के लिए लिया है, जो असंवैधानिक है। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार के इस फैसले को हिंदू संगठन किसी भी हाल में स्वीकार नहीं करेंगे। क्योंकि यह फैसला सिर्फ हिंदू विरोधी ही नहीं बल्कि राष्ट्रविरोधी भी है।
उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही ममता सरकार इस फैसले को वापस नहीं लेती तो पूरे देश में उग्र आंदोलन किया जाएगा। इस दौरान हिंदू संगठन कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रपति के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन की मांग की है।
आपको बता दें कि हरियाणा में हुए दंगों को देखते हुए उधमसिंहनगर जिले में धारा 144 लागू है। जिसका उल्लंघन होते देख एसएसआइ वीरेंद्र चंद्र रमोला ने मौके पर पहुंचकर कार्यकर्ताओं को रोका। साथ ही उनसे एक स्थान पर खड़ा होने से मना किया। हालांकि एसएसआइ ने 144 का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई न होने की बात कही।