जैसलमेर से तमिलनाडु गाए ले जा रहे तमिलनाडु सरकार के अधिकारियों पर करीब 50 गोरक्षकों ने हमला कर दिया। हमलावरों ने अधिकारियों के वाहन पर पत्थर बरसाए और नेशनल हाईवे 15 को बंद कर दिया। पुलिस ने बताया कि गोरक्षकों को शक था कि यह गायों की तस्करी की जा रही है। मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है और एक पुलिस इंस्पेक्टर समेत सात पुलिस वालों पर भी कार्रवाई की गई है। आरोप है कि पुलिसवालों ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया था और घटना स्थल पर भी देरी से पहुंचे थे। तमिल नाडु सरकार के पशुपालन विभागके अधिकारियों ने 50 गाय और गायों के बच्चों को जैसलमेर से खरीदा था। अथॉरिटी से सभी जरूरी दस्तावेज और NOC लेने के बाद इन्हें पांच ट्रक के जरिए ले जाया जा रहा था। लेकिन रास्ते में ही गोरक्षकों ने हमला कर दिया।
बता दें कि इससे पहले अप्रैल माह में अलवर के बेहरोर इलाके में गोरक्षकों के हमले की घटना सामने आई थी। यहां स्वंयभू गोरक्षा समिति के लोगों ने शनिवार को गोशाला चलाने वाले पहलू खान पर हमला कर दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। हरियाणा निवासी पहलू खान दो गायों और दो बछड़ों के साथ एक ट्रक से यात्रा कर रहे थे। हमलावरों ने कथित तौर पर खान पर गाय की तस्करी का आरोप लगाया। हालांकि उनके परिवार का कहना था कि वह अपने दुग्ध व्यवसाय के लिए जानवरों को ला रहे थे।
हमलावरों का दावा था कि खान तथा अन्य लोग गायों की तस्करी कर रहे थे। लेकिन उनके पास से मिले दस्तावेजों से साबित हुआ कि उन्होंने गायों को मेले से खरीदा था और उनका संबंध गो तस्करी या गोकशी से नहीं था। इतना ही नहीं, ओड़िशा और उत्तर प्रदेश समेत कई अन्य राज्यों में भी गोरक्षों के हमले की खबरें लगातार आती रहती हैं।