डेरा सच्चा सौदा समिति प्रमुख बलात्कारी बाबा राम रहीम को आखिरकार अदालत ने 20 साल के लिए जेल भेज दिया है। 2002 के बलात्कार मामले में 15 साल बाद उसे सजा सुनाई गई है। पीड़ित साध्वी ने साल 2002 में चिट्ठी लिखकर अपने साथ हुई वारदात की जानकारी तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट की चीफ जस्टिस को दी थी। उसके पत्र पर हाईकोर्ट ने संज्ञान लेते हुए जांच के आदेश दिए थे। बाद में इस मामले को जांच के लिए सीबीआई को सौंपी गई थी।
“श्रीमान जी, मैं पंजाब की रहने वाली लड़की हूं। पांच साल से डेरा सच्चा सौदा सिरसा में साधु लड़की के रूप में काम कर रही हूं। मेरे साथ यहां सैकड़ों लड़कियां भी डेरे में 16 से 18 घंटे तक सेवा करती हैं। हमारा यहां शारीरिक शोषण किया जा रहा है। डेरे के महाराज गुरमीत सिंह द्वारा यौनिक शोषण (बलात्कार) किया जा रहा है। मैं बीए पास लड़की हूं। मेरे परिवार के सदस्य महाराज के श्रद्धालु हैं। जिनकी प्रेरणा से साधु बनी थी। साधु बनने के दो तीन साल बाद एक दिन महाराज गुरमीत राम रहीम की खास साधु गुरुजोत ने रात 10 बजे मुझे बताया कि मुझे महाराज जी ने गुफा में बुलाया है।
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मैं पहली बार वहां जा रही थी। बहुत खुश थी, मुझे लग रहा था खुद परमात्मा ने बुलाया है। अंदर जाकर मैंने देखा कि महाराज बेड पर बैठे हैं। वहां पर टीवी पर एक पोर्न फिल्म चल रही है। वहां पहुंचते ही महाराज ने मुझे बाहों में लेते हुए कहा कि हम तुझे दिल से चाहते हैं। तुम्हारे साथ प्यार करना चाहते हैं, क्योंकि तुमने हमारे साथ साधु बनते वक्त तन मन धन सब सतगुरु को अर्पण करने को कहा था तो अब ये तन मन हमारा है। महाराज मेरे साथ जबर्दस्ती कर रहे थे।
मैंने विरोध किया तो उन्होंने कहा- इसमें कोई शक नहीं कि हम ही खुदा हैं। जब मैंने उनसे कहा कि क्या खुदा ये काम करता है, तो उन्होंने कहा श्रीकृष्ण भगवान थे। उनके यहां 360 गोपियां थीं। जिनसे वह हर रोज प्रेम लीला करते थे। फिर भी लोग उन्हें परमात्मा मानते हैं। ये कोई नई बात नहीं है। अगर हम चाहें तो तुम्हारी जान लेकर तुम्हारा दाह संस्कार कर सकते हैं। तुम्हारे घर वाले हर प्रकार से हम पर विश्वास करते हैं और हमारे गुलाम हैं। वो मुझसे बाहर नहीं जा सकते, ये तुम्हें भी अच्छी तरह पता है।
हमारी सरकार में बहुत चलती है। हरियाणा और पंजाब के मुख्यमंत्री, पंजाब के केंद्रीय मंत्री हमारे चरण छूते हैं। राजनेता हमसे समर्थन लेते हैं, पैसा लेते हैं और हमारे खिलाफ कभी नहीं जाएंगे। हम तुम्हारे परिवार से नौकरी लगे सदस्यों को बर्खास्त करा देंगे। सभी सदस्यों को मरवा देंगे और कोई सबूत भी नहीं छोड़ेंगे। ये तुझे अच्छी तरह से पता है। हमने गुंडों से डेरे के मैनेजर को भी मरवा दिया था और आज तक इसके बारे में किसी को कुछ भी नहीं पता। न ही इसके कोई सबूत हैं क्योंकि पैसों के बल पर हम राजनेताओं, पुलिस और न्याय को खरीद लेंगे।
आज मुझे पता चला कि मेरे से पहले जो लड़कियां रहती थीं। उनके साथ भी ये बलात्कार कर चुका है। डेरे में मौजूद 35 से 40 साधु लड़कियां 40 से अधिक उम्र की हैं। जिनकी शादी की उम्र निकल चुकी है। उन्होंने परिस्थितियों से समझौता कर लिया। इसमें से ज्यादातर बीए, एमए, बीएड पास हैं। घरवालों के कट्टर अंधविश्वास होने के कारण नरक का जीवन जी रही हैं। हमें सफेद कपड़े पहना, सिर पर चुन्नी रखना, किसी आदमी की तरफ आंख ना उठाकर देखना, आदमी से पांच दस फुट की दूरी पर रहना, ऐसा महाराज का आदेश था। हम दिखाने के लिए देवी हैं मगर हमारी हालत वैश्याओं जैसी है।
जब मैंने अपने घरवालों से इस बारे में बात की तो वह मुझसे गुस्से में कहने लगे कि अगर भगवान के पास रहते हुए ठीक नहीं है तो ठीक कहां है। तेरे मन में बुरे विचार आने लग गए हैं। सतगुरु का सिमरण किया कर। मैं मजबूर हूं यहां सतगुरु के आदेश मानने पड़ते हैं। यहां कोई भी दो लड़कियां आपस में बात नहीं कर सकतीं। घर पर फोन पर बात नहीं कर सकतीं। यदि कोई लड़की आवाज उठाती है तो बाबा का आदेश है कि उनका मुंह बंद कर दो। संगरूर जिले की एक लड़की ने जब सच कहना चाहा तो डेरे के गुंडों ने उसे प्रताडि़त किया जाए। मैं मरना नहीं चाहती डेरे की सच्चाई सामने लाना चाहती हूं। मैं चाहती हूं कि मेरा मेडिकल कराया जाए। उससे पता चल जाएगा कि हमारे साथ किसने गलत किए।”