Thursday, October 3, 2024
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‘लव जिहाद’ की घटनाएं रोकने के लिए बीजेपी नेता ने शुरू की हेल्‍पलाइन

SI News Today

लव जिहाद का मुद्दा एक बार फिर से उठ गया है। केरल में एक ईसाई संगठन ने लव जिहाद के खिलाफ मुहिम छेड़ते हुए आरएसएस द्वारा स्थापित हिंदू हेल्पलाइन की तर्ज पर ईसाई हेल्पलाइन की शुरुआत की है। संगठन ने कहा है कि इस हेल्पलाइन से उन ईसाई लड़कियों को लाभ होगा, जिनको जबरन धर्म परिवर्तन कराकर मुस्लिम बना दिया जाता है। ईसाई हेल्पलाइन की शुरुआत करने वाले व्यक्ति रेंजिथ अब्राहम थॉमस हैं, जो भाजपा के अल्पसंख्यक धर्मों के पंथ के नेता हैं, जिसे अल्पसंख्यक मोर्चा कहा जाता है।

कैथोलिक बिशॉप्स काउंसिल ऑफ इंडिया के एक प्रवक्ता ने कहा कि उन्हें हेल्पलाइन के बारे में पहले से पता था कि इसकी शुरुआत होने वाली है। लेकिन उन्होंने इस बारे में ज्यादा कुछ कहने से इनकार कर दिया। अब्राहम ने कहा कि उन्हें ईसाइयों और दूसरे धर्मों के लोगों से लव जिहाद को लेकर प्रोत्साहन मिला है।

दरअसल, बीते सप्ताह केरल में लव जिहाद का नया रुप देखने को मिला है। यहां एक हिंदू महिला ने धर्म परिवर्तन कराकर मुस्लिम व्यक्ति से विवाह कर लिया था। लेकिन कोर्ट ने 24 तारीख को यह कहकर शादी रद्द कर दिया, क्योंकि दोनों की शादी में उनके परिवारवालों की सहभागिता नहीं थी। इसके साथ ही कोर्ट ने इस मामले में पुलिस जांच का आदेश दिया है।

आपको बता दें कि केरल के एर्नाकुलम में हिंदू हेल्पलाइन अवैध रुप से चलाया जा रहा है। 2015 के मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो हिंदू हेल्पलाइन पर महिलाओं द्वारा जबरदस्ती गवाही दिलवाने का आरोप लगता रहा है। कुछ रिपोर्ट्स में ऐसे भी आरोप लगे हैं, जिनमें कहा गया है कि हिंदू हेल्पलाइन मुस्लिम विरोधी काम कर रहा है। वो धर्म को बदनाम करने के लिए महिलाओं से धर्म परिवर्तन की झूठी गवाही दिलवा रहा है।

अब थॉमस इसी तर्ज पर एर्नाकुलम में अपनी ईसाई हेल्पलाइन शुरु करना चाहते हैं। उन्होंने बताया कि इस प्रस्ताव के लिए उन्होंने लोगों से सोशल मीडिया के माध्यम से राय मांगा है। जिसमें काफी लोगों ने उनका समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि हेल्पलाइन के लिए उन्हें सभी धर्मों से समर्थन मिल रहा है। साथ ही उनको हिंदू हेल्पलाइन ने भी मदद का भरोसा दिलाया है।

थॉमस ने कहा, ”हम हेल्पलाइन के लिए स्वंयसेवकों की भर्ती कर रहे हैं। जो लव जिहाद से पीड़ित लड़कियों के बारे में जानकारी जुटाएगा। एक बार पहचान हो जाने पर उनको परामर्श और कानूनी सहायता दी जाएगी।” उन्होंने कहा, ” हमारे पास लव जिहाद के खिलाफ काफी सबूत है। हमें जानकारी मिली है कि मलप्पुरम और कासरगोडे जिले में अन्य समुदायों की लड़कियों को पकड़ने के लिए कुछ स्लीपर सेल एक्टिव हैं। इन लोगों का लक्ष्य हॉस्पिटल और नर्सिंग होम है, जहां से ये लड़कियों को धर्म परिवर्तन के लिए आसानी से मना लेते हैं।

थॉमस ने कहा, “हम किसी के खिलाफ नहीं है। लेकिन हमें अपने समुदाय के हितों की रक्षा करना है। हम यहां से मानव बम का निर्यात नहीं कर रहे हैं। यदि हम सतर्क रहे तो ऐसी खतरनाक गतिविधियों का सामना आसानी से कर सकते हैं।

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