जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्याल की पूर्व छात्र नेता और सोशल एक्टिविस्ट शेहला रशीद को सोशल मीडिया पर ट्रोल किया जा रहा है। शेहला रशीद के ट्रोल होने का कारण उनका एक ट्वीट बना है जो उन्होंने बुलेट ट्रेन पर टिप्पणी करते हुए किया था। दरअसल हुआ ये कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने गुरुवार (14 सितंबर) को अहमदाबाद में भारत की पहली बुलेट ट्रेन की नींव रखी। मुंबई से अहमदाबाद रूट पर चलने वाली देश की पहली बुलेट ट्रेन के जरिये यात्री समुद्र के अंदर यात्रा करने का रोमांच अनुभव कर सकेंगे। सरकार ने कहा है कि 15 अगस्त 2022 तक इस प्रोजेक्ट को पूरा कर लिया जाएगा। इस खबर के बाद मीडिया से लेकर सोशल मीडिया तक पर बुलेट ट्रेन की खबर ही छाई रही। इसी मुद्दे पर शेहला रशीद ने ट्वीट करते हुए लिखा कि जो बुलेट उन लोगों ने गौरी लंकेश के सीने में मारी है उससे ध्यान भटकाने के लिए बुलेट ट्रेन का राग छेड़ा गया है।
शेहला रशीद अपने इस ट्वीट के बाद लोगों के निशाने पर आ गईं। लोगों ने उनके इस ट्वीट के लिए उन्हें भला-बुरा कहना शुरू कर दिया। देखते ही देखते शेहला को ट्रोल किया जाने लगा। दरअसल शेहला ने जिस तरह से ट्वीट किया था उसे देखकर कोई भी ये कह सकता है कि वे गौरी लंकेश की हत्या में बीजेपी को आरोपी बता रही हैं। लोगों ने शेहला रशीद को आड़े हातों लेते हुए लिखना शुरू कर दिया कि जब आपके पास बीजेपी के हाथ होने के सबूत हैं तो बैंगलुरू पुलिस के पास क्यों नहीं जातीं। वहीं कुछ ने शेहला रशीद के सोच पर सवाल उठाते हुए कहा कि आपकी सोच बहुत गिरी हुई है, आपको कुछ नहीं हो सकता।