झारखंड में एक बहुत ही दिल दहला देने वाली घटना देखने को मिला है जहां पर 17 वर्षीय एक गर्भवती लड़की को बीच सड़क में ही बच्चे को जन्म दिया क्योंकि उसके प्रेमी और परिवार ने उसे छोड़ दिया था। प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रेमी से गर्भवती होने के बाद नाबालिग लड़के के परिवार ने शर्म के कारण उसे घर से निकाल दिया था। उसका प्रेमी उसे पहले ही छोड़कर जा चुका था और अब उसके पास रहने के लिए कोई ठिकाना नहीं था। उस वहीं हेल्थ केयर सेंटर ने भी पीड़िता को अस्पताल में भर्ती करने से यह कहते हुए इनकार कर दिया था कि उसके परिजन उसके साथ नहीं है। घर छोड़ने के बाद चार महीने सड़क पर बिताने के बाद पीड़िता को सड़क पर ही बच्चे को जन्म देना पड़ा।
वहां से गुजर रहे एक व्यक्ति ओम प्रकाश शर्मा ने पीड़िता को खून से लतपत देखा और बच्चे वाली गर्भ की नाल उससे जुड़ी हुई थी, जिसके बाद ओम ने मदद के लिए लोगों को बुलाया। डेली मेल के मुताबिक इसके बाद ओम प्रकाश पीड़िता के लिए मदद मांगने के लिए तीस मीटर की दूरी पर बने स्वास्थ्य केंद्र में गया तो उन्होंने उससे कहा कि यहां कोई नहीं है जो इस जिम्मेदारी को उठा सकता है। वहां से निकलने के बाद ओम प्रकाश ने पीड़िता के आस-पास रोड ब्लाक कर दिया ताकि कोई गाड़ी बच्चे और मां को नुकसान न पहुंचा सके। इसके बाद चांडिल सब-डिवीजनल अस्पताल के मेडिकल ऑफिसर ने आकर महिला की बच्चे से जुड़ी गर्भनाल को काटा।
इसी बीच ओम प्रकार ने कुछ महिलाओं की मदद से एक ऑटो का इंतजाम कर पीड़िता को अस्पताल में भर्ती कराया ताकि मां और बच्चे का आगे का इलाज हो सके। पीड़िता की हालत अब ठीक है और उसे सूबे के महिला आश्रय गृह में भर्ती करा दिया गया है। वहीं इस पर मेडिकल ऑफिसर ने कहा कि हेल्थ सेंटर में केवल दो ही नर्स थीं जो कि एक महिला के जुड़वा बच्चों की डिलीवरी करने में व्यस्त थीं।