हरियाणा के रोहतक में हुए गैंगरेप और हत्या मामले में पीड़िता के परिजनों ने सनसनीखेज खुलासा किया है. उनका कहना है कि यदि पुलिस ने समय रहते ठोस कदम उठाए होते आज पीड़िता की जान और इज्जत बच जाती. परिजनों ने पुलिस को करीब एक महीने शिकायत दी थी. इधर, दोनों आरोपियों को 7 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है.
पीड़िता के परिवार ने यह भी आरोप लगाया कि हत्या से पहले उन लोगों ने पुलिस से मदद मांगी थी, लेकिन उनके अनुरोध पर ध्यान नहीं दिया गया. उन्होंने एक महीने पहले इस शिकायत के साथ सोनीपत पुलिस से संपर्क किया था कि सुमित उनकी बेटी को परेशान कर रहा है. उससे शादी का दबाव बना रहा है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई.
मृतक के भाई ने कहा कि आरोपियों की दबंगई से वह खौफ में जी रहे हैं. इस घटना से 20 दिन पहले तीन आरोपियों ने उसे गली में पकड़ लिया था. आरोपियों ने उसके पेट पर रिवॉल्वर लगाकर जान से मारने की धमकी दी थी. वह मां को लेकर थाने गया था, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. पुलिस ने अभी तक उसके बयान तक लेना भी उचित नहीं समझा.
परिजनों को देख हंस रहे थे दरिंदे
उन्होंने कहा कि यदि पुलिस समय पर कार्रवाई करती तो आरोपी बहुत पहले अंदर होते और उनकी बहन सलामत होती. वहीं, मां लड़की की मां ने कहा कि बेटी की हत्या के बाद आरोपियों की शिनाख्त के लिए एसएचओ दोनों आरोपियों को घर लाया था. दोनों के चेहरे पर कोई दर्द या अफसोस नहीं था. दोनों हम पर हंस रहे थे. हम दोनों के लिए फांसी मांग करते हैं.
पुलिस ने किया आरोपों का खंडन
पुलिस अधीक्षक अश्विन शेनवी ने पीड़िता के परिजनों के आरोप का खंडन करते हुए कहा कि कुछ समय पहले युवती की ओर से पुलिस को एक मौखिक शिकायत दी गई थी कि मुख्य आरोपी उससे शादी करने के लिए कह रहा है. वह एक मौखिक शिकायत थी. थाने में कोई लिखित शिकायत नहीं थी. इसके बाद में शिकायतकर्ता ने कहा कि समझौता कर लिया है.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट से हुआ खुलासा
उधर, पीड़िता की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ गई है. उसमें रोंगटे खड़े कर देने वाली बात सामने आई है. रिपोर्ट के मुताबिक, पीड़िता के सिर पर किसी भारी हथियार से हमला किया गया. उसको नशीला पदार्थ खिलाकर गैंगरेप किया गया. इसके बाद उसके प्राइवेट पार्ट में कोई धारदार चीज डाली गई. पीड़िता की ग्रास नली का कुछ हिस्सा भी शरीर से गायब है.
पार कर दी गई बर्बरता की इंतहा
रोहतक स्थित पीजीआईएमएस फोरेंसिक मेडिसिन विभाग के हेड डॉ. एस के धत्तेरवाल ने बताया कि किसी भोथरे हथियार से किया गया हमला पीड़िता के मौत का मुख्य कारण था. पीड़िता की खोपड़ी की कई हड्डियां टूटी हुई मिलीं. प्राइवेट पार्ट पर चोट थी, जिसका मतलब है कि महिला का यौन उत्पीड़न किया गया. उसके साथ बर्बरता की इंतहा की गई है.
प्राइवेट पार्ट में डाली धारदार चीज
उन्होंने बताया कि बलात्कार की पुष्टि के लिए नमूना फोरेंसिक प्रयोगशाला भेजा गया है. चोटों से यह बात सामने आई है कि हो सकता है कि पीड़िता के प्राइवेट पार्ट में कोई धारदार चीज डाली गई हो. पीड़िता से बलात्कार और उसकी हत्या से पहले उसे कोई नशीला पदार्थ दिया गया हो. उसके पेट में ऐसी दवा के संकेत मिले हैं, जो इस बात की तरफ इशारा कर रहे हैं.
आवारा कुत्तों ने नोंच खाया था शव
बताते चलें कि 23 वर्षीय युवती का क्षत विक्षत शव 11 मई को रोहतक के अर्बन एस्टेट स्थित औद्योगिक मॉडल टाउनशिप के पास मिला था. युवती नौ मई को लापता हो गई थी. उससे गैंगरेप के बाद बड़ी बेरहमी से हत्या कर दी गई थी. आवारा कुत्तों ने उसका चेहरा और शरीर का नीचे का हिस्सा काट खाया था. इस अपराध ने निर्भया कांड की याद ताजा कर दी.