हरियाणा से एक बहुत बड़ी खबर सामने आ रही है कि सिरसा स्थित डेरा सच्चा सौदा की तलाशी के लिए सूबे की पुलिस को इजाजत मिल गई है। पंजाब-हरियाणा हाई कोर्ट द्वारा पुलिस को डेरा सच्चा सौदा की तलाशी के निर्देश दिए गए हैं। इस आदेश के बाद जल्द ही पुलिस बलात्कार के दोषी राम रहीम के डेरे में तलाशी के लिए घुस सकती है। हरियाणा पुलिस के अलावा डेरे के लिए तलाशी के लिए अर्ध सैनिक बल और अन्य संबंधित विभाग के अधिकारी भी डेरे में जाएंगे। इस तलाशी के दौरान एक रिटायर्ड जज भी साथ होंगी जिनकी निगरानी में डेरे की छानबीन की जाएगी। इसके अलावा तलाशी के दौरान इसकी वीडियोग्राफी भी की जाएगी।
वहीं यह खबर भी सामने आ रही है कि डेरे का प्रमुख राम रहीम ही होगा और उसका कोई उत्तराधिकारी नहीं होगा। इस बात की पुष्टि डेरा सच्चा सौदा की चेयरमैन विपासना द्वारा की गई है। खबर के अनुसार विपासना का कहना है कि राम रहीम के पीछे डेरे का सारा काम मैनेजमेंट द्वारा ही संभाला जाएगा। पहले कयास लगाए जा रहे थे कि राम रहीम की मुंहबोली बेटी हनीप्रीत को डेरे की कमान सौंपी जाएगी क्योंकि दोनों के बीच अन्य प्रकार का रिश्ता होने की बात कही जा रही थी। डेरे की चेयरमेन विपासना ने इस पर स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि हनीप्रीत और हमारे गुरु राम रहीम के बीच में पवित्र रिश्ता था। उन्होंने कहा कि बेवजह पिता-बेटी के रिश्तों को बदनाम किया जा रहा है क्योंकि दोनों के बीच इस रिश्ते के अलावा और कोई रिश्ता नहीं है। इस तरह पिता-बेटी को रिश्ते को बदनाम करना बहुत ही गलत है।
गौरतलब है कि साल 2002 में राम रहीम के खिलाफ एक गुमनाम पत्र लिखा गया था। जिसपर पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट ने संज्ञान लिया था। 15 साल तक चले इस बलात्कार केस में 25 अगस्त, 2017 को सीबीआई कोर्ट ने राम रहीम को दोषी करार दिया था और 28 अगस्त, 2017 को राम रहीम को दो अलग-अलग रेप केस में बीस साल की सजा सुनाई गई थी। कोर्ट ने जब राम रहीम को दोषी करार दिया था तो पंचकुला समेत हरियाणा के अन्य जिलों में राम रहीम के समर्थकों ने हिंसा कर दी थी। इस हिंसा में 38 लोगों की मौत हो गई थी जबकि 250 से ज्यादा घायल हो गए थे।