डेरा सच्चा सौदा चीफ राम रहीम को कोर्ट ने जब आरोपी ठहरा दिया था, तो उसके बाद पंजाब, हरियाणा समेत कई राज्यों में हिंसा फैल गई थी। पंजाब पुलिस ने कहना है कि दोषी करार दिए जाने के बाद हिंसा पूर्व नियोजित थी। एक सीनियर पुलिस अधिकारी ने बताया कि बाबा के दोषी करार दिए जाने के बाद पंजाब के बठिण्डा में हिंसा शुरू करने के लिए टमाटर तोड़ दो कोडवर्ड का इस्तेमाल किया गया था। संगरूर में हिंसा फैलाने के लिए सब्जी तैयार है, बरतानी है, और लेबर तैयार है, निहान पैतानी हन कोडवर्ड का इस्तेमाल किया गया था।
पंजाब पुलिस ने हिंसा करने की पूर्व नियोजित योजना का पर्दाफाश करने का दावा किया है। साथ ही इस साल बनाई गई डेरा फॉलोअर्स की कमेटी के सभी सात सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है जो हिंसा के लिए बनाई गई थी। इस कमेटी को डेरा सच्चा सौदा की 45 सदस्यीय राजनीतिक शाखा द्वारा बनाया गया था। इस समिति के सदस्यों ने प्रत्येक जिले में डेरा के अनुयायियों को पांच सदस्यीय समितियां बनाने के लिए कहा, जिन्होंने ब्लॉक-स्तरीय प्रमुखों को अपने निर्देशों का पालन करने के लिए चार या पांच युवक चुनने को कहा।
पंजाब पुलिस ने 25 अगस्त को राज्य में हिंसा से जुड़ी 44 एफआईआर दर्ज की थीं। मेजर सिंह, कथित मास्टरमाइंड, जिसने पेट्रोल और हथियार खरीदने के लिए पैसे की आपूर्ति की उसे 24 अन्य लोगों के साथ गिरफ्तार कर लिया गया है। मनसा के एसएसपी परमिंदर सिंह परमार ने कहा कि मनसा में कोडवर्ड 25 अगस्त से पहले ही डेरा के सभी अनुयायियों के बीच फैला दिया गया था। पुलिस ने कहा कि मुक्तसर में रोजाना ब्लॉक स्तरीय बैठकें हो रही थीं। इस दौरान पंचकुला और मुक्तसर के लिए टास्क फोर्स तैयार की जा रही थी।
कमेटी के दो राज्य मेंबर्स को मुक्तसर से गिरफ्तार किया गया है। मुक्तसर के एसएसपी सुशील कुमार ने बताया कि डेरा के फॉलोअर्स के खिलाफ मुक्तसर में 5 एफआईआर दर्ज की गई हैं। संगरुर के एसएसपी मनदीप सिंह सिद्धू ने बताया कि इन कोड्स का इस्तेमाल डेरा के शीर्ष लोग कर रहे थे। संगरुर के लिए एक पूरी टीम थी। इसमें मोगा के पृथ्वी सिंह और संगरुर के दूनि चंद थे। अब तक हमने 24 लोगों को गिरफ्तार किया है।