राजस्थान पुलिस ने पहलू खान की हत्या में उन छह आरोपियों को क्लीन चिट दे दी है, जिनका नाम उन्होंने मौत से पहले पुलिस को बताया था। अप्रैल महीने में पहलू खान और उनके परिवार के अन्य कुछ सदस्यों पर कथित गौरक्षकों ने उस वक्त हमला कर दिया था, जब वे जयपुर से गाय खरीदकर अपने घर ला रहे थे। इस हमले में पहलू खान को गंभीर चोट आई थी, जिसकी वजह से हमले के दो दिन बाद उनकी मौत हो गई थी। मरने से पहले पहलू खान ने पुलिस को दिए बयान में हमला करने वालों में हुकुम चंद, नविन शर्मा, जगमाल यादव, ओम प्रकाश, सुधीर और राहुल सैनी का नाम लिया था। लेकिन पुलिस ने अपनी जांच में इन्हें निर्दोष पाया है। अलवर के एसपी राहुल प्रकाश ने गुरुवार को कहा कि छह आरोपियों पर घोषित किया गया 5 हजार रुपए का ईनाम वापस ले लिया गया है, क्योंकि जांच में इन्हें दोषी नहीं पाया गया है।
प्रकाश ने इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए कहा, ‘छह लोगों के खिलाफ घोषित किए गए इनाम को हम लोगों ने वापस ले लिया है, क्योंकि सीबी-सीआईडी की जांच के दौरान हमले में इनकी कोई भूमिका नहीं मिली है।’ जुलाई महीने में इस मामले को अलवर पुलिस से लेकर सीबी-सीआईडी को सौंप दिया गया था। जांच के बाद सीबी-सीआईडी ने अपनी रिपोर्ट अलवर पुलिस को भेजते हुए इन छह लोगों के नाम हटाने की सिफारिश की है। रिपोर्ट में कहा गया है कि ये छह लोग जांच में दोषी नहीं पाए गए। यह सिफारिश पुलिसकर्मियों और एक गऊशाला के कर्मचारियों के बयान के आधार पर की गई है। जांच के मुताबिक इन छह लोगों की कॉल डिटेल और लोकेशन भी यह बता रही है कि ये घटनास्थल पर मौजूद नहीं थे।
हमले के दौरान पहलू खान के साथ मौजूद उनके बेटे इरशाद ने कहा, ‘यह धोखा है। हम लोगों ने उनके नाम भी सुने थे। हम लोग दोबारा से जांच की मांग करेंगे।’ इसके साथ ही इरशाद ने कहा कि अभी हमारी लड़ाई खत्म नहीं हुई है। जब तक इन छह लोगों को दोषी नहीं साबित किया जाता, हम लड़ाई लड़ते रहेंगे। पुलिस ने सात अन्यों आरोपियों को भी गिरफ्तार किया था, जिनमें से पांच को जमानत दे दी गई है। लेकिन उन पर केस चलता रहेगा।