कांग्रेस लोकसभा में सरकार को एलपीजी, पेट्रोल-डीजल के दामों में बढ़ोतरी के मुद्दे पर घेरेगी. कांग्रेस ने इस मुद्दे पर चर्चा के लिए लोकसभा में नोटिस भी दिया है. पार्लियामेंट के पहले सेशन में नोटबंदी पर सरकार को जमकर घेरने वाली कांग्रेस अब महंगाई के मुद्दे पर सरकार से सवाल- जवाब चाहती है.
एलपीजी महंगी, विपक्ष लामबंद
बता दें कि सरकार ने इसी महीने एलपीजी गैस के दाम 86.50 रुपए बढ़ाए हैं जिसके बाद रसोई गैस सिलेंडर अब 777 रुपए का हो गया है. यही नहीं कमर्शियल गैस सिलेंडर पर 149.50 रुपए की बढ़ोतरी की गई है, जबकि पांच किलो वाले छोटे सिलेंडर पर 30.50 रुपए का इजाफा हुआ है.
सरकार के इस निर्णय पर विपक्षी पार्टियां पहले ही आंखें तरेर रही हैं. खास बात यह है कि ये एक महीने में दूसरी बढ़ोतरी है, इससे पहले 1 जुलाई को सिलेंडर के दामों में 1.98 रुपए का इजाफा किया गया था. सरकार धीरे-धीरे गैस पर से सब्सिडी को पूरी तरह खत्म करना चाहती है.
छह माह में 270 रुपये महंगा हुआ एलपीजी
मोदी सरकार के आने के बाद एलपीजी सिलेंडर के दाम रिकॉर्ड आसमान तक पहुंचे है. रसोई गैस बीते छह माह में रसोई गैस सिलेंडर के बाजार भाव में 270.50 रुपये की वृद्धि दर्ज की गई है. पिछले साल अगस्त से एलपीजी सिलेंडर के रेट में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है. इधर बीते तीन महीनों में ही घरेलू रसोई गैस सिलेंडर के दामों में 153 रुपए बढ़े हैं.
चौथी बार बढ़े पेट्रोल डीजल के दाम
इसके अलावा पेट्रोल और डीजल दाम नये साल की शुरुआत में ही बढ़ाए गए हैं. पेट्रोल जहां 1.29 रुपए, तो वहीं डीजल 97 पैसे प्रति लीटर महंगा हुआ है. जनवरी में इस बढ़ोतरी के साथ ही पेट्रोल की कीमत पिछले एक महीने में तीसरी और डीजल के दाम एक पखवाड़े में दूसरी बार बढ़ाए गए हैं.