केरल के पुलुविला में कुत्तों के एक झुंड ने 50 वर्षीय शख्स पर हमला कर दिया जिसके बाद पीड़ित ने सोमवार सुबह तिरुवनंतपुरम मेडिकल कॉलेज अस्पताल में दम तोड़ दिया। स्थानीय गांव परिषद के अध्यक्ष केस्टन ने बताया कि रविवार रात को कुत्तों ने जोसेलिन (50) पर हमला कर दिया। वह रात्रिभोज के बाद समुद्रतट पर टहलने जा रहे थे कि तभी कुत्तों ने उन पर हमला कर दिया। केस्टन ने कहा, यह घटना रात लगभग 11 बजे की है। जोसेलिन को तुरंत अस्पताल ले जाया गया लेकिन आज सुबह उनकी मौत हो गई।
ज्ञात हो कि यह वही स्थान है जहां अगस्त 2016 में कुत्तों ने एक महिला पर हमला किया था। पिछले एक साल में इस जिले में कुत्तों के हमले से चार लोगों की मौत हो चुकी है। कांजीरामकुलम पुलिस थाने के एक पुलिस अधिकारी ने इस घटना की पुष्टि की। पुलिस अधिकारी ने आईएएनएस को बताया, “हमारे अधिकारी अस्पताल में हैं और उन्होंने जांच शुरू कर दी है। इस जांच के बाद पोस्टमार्टम किया जाएगा। इसके बाद शव को परिवार को सौंप दिया जाएगा।
गौरतलब है कि केरल में आवारा कुत्तों का आतंक पिछले साल से बरपाया हुआ है। बीते साल अक्टूबर में भी केरल में आवारा कुत्तों के झुंड नब्बे वर्षीय राघवन नाम के एक व्यक्ति पर हमला किया जिसमें उनकी मृत्यु हो गयी थी। इस घटना के बाद केरल के वरकला में स्थानीय लोगों के एक समूह ने इन आवारा कुत्तों को खोज खोज उन्हें मौत के घाट उतार दिया। केरल के स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सोशल एक्टिविस्ट जोस मवेली की अगुवाई में स्थानीय लोगों के एक समूह जिसमें महिलाएं भी शामिल थीं ने एक दिन में ही 90 आवारा कुत्तों को मौत की नींद सुला दिया था।लगातार कुत्तों से मर रहे लोगों के परिजनों ने इन घटनाओं के बाद विरोध करना भी शुरु किया।
बुजुर्ग की मौत के बाद केरल में आवारा कुत्तों के खिलाफ विरोध दर्ज करने के लिए कांग्रेस यूथ फ्रंट (मणि) के कार्यकर्ताओं ने 10 कुत्तों को मारकर उनके शरीर को एक खंभे में बांधकर प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने आवारा कुत्तों को मारकर उनके शरीर को एक खंभे में बांध दिया और विरोध प्रदर्शन करने के लिए परेड की। यह घटना केरल के कोट्टायम में सोमवार को घटित हुई। यही नहीं प्रदर्शनकारियों ने जानवरों के शवों को पार्सल करने की भी मांग की थी.