Congress decides to support JDS!
कर्नाटक विधानसभा चुनावों के मंगलवार को आए परिणामों के रुझान में बीजेपी बढ़त बनाए हुई है. लेकिन सरकार बनाने के लिए बीजेपी के पास बहुमत नहीं है. ऐसे में कांग्रेस ने जेडीएस को समर्थन देने का फैसला लिया है. मंगलवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की बैठक के बाद लिए गए इस निर्णय से कनार्टक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया नाखुश हो सकते हैं. क्योंकि वह हमेशा जेडीएस के खिलाफ रहे.
आंकड़ों की बात करें तो दोपहर चार बजे तक निर्वाचन आयोग के मुताबिक कांग्रेस ने 47 सीटें अपने नाम कर ली थीं. साथ ही 31 सीटों पर अपनी बढ़त बनाए हुए है. दोनों आंकड़ों को जोड़ दें तो यह सीटों का आंकड़ा 78 होगा. वहीं जेडीएस ने 23 सीटें जीत ली हैं और 14 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है. दोनों आंकड़ों को जोड़कर सीटों का आंकड़ा 37 होता है. ऐसे में कांग्रेस के पास एक ही उपाय बचता है कि वह जेडीएस के साथ आए और गठबंधन की सरकार बनाए.
जेडीएस को समर्थन देने के मामले पर सिद्धारमैया हमेशा से विरोध में रहे हैं. पिछले महीने भी उन्होंने जेडीएस के नेताओं पर बीजेपी से फंडिंग का आरोप लगाया था. यह भी कहा था कि जेडीएस के नेता कर्नाटक विधानसभा चुनावों में किंगमेकर बनने का सपना देख रहे हैं. लेकिन कर्नाटक में सिद्धारमैया की खराब परफॉर्मेंस के चलते कांग्रेस को जेडीएस का समर्थन करने का फैसला लेना ही पड़ा.
कांग्रेस के नेता जी परमेश्वर ने इस मामले पर कहा ‘ हमारे पास कर्नाटक में सरकार बनाने के लिए पर्याप्त सदस्य संख्या नहीं है. इसलिए कांग्रेस ने जेडीएस को समर्थन देने का फैसला लिया है’. वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद का कहना है कि एचडी देवेगौड़ा और उनके बेटे एचडी कुमरास्वामी ने कांग्रेस के ऑफर को स्वीकार कर लिया है. कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस दूसरी बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है. कांग्रेस की ओर से जेडीएस को समर्थन का एलान करने का फैसला सिद्धारमैया के लिए बड़ी चिंता का मामला है. क्योंकि वह हमेशा ही जेडीएस से समर्थन के विरोध में रहे. उन्होंने पिछले महीने कहा था ‘चुनाव बाद जेडीएस से समर्थन जैसी कोई स्थिति नहीं बनेगी. मुझे पूरा भरोसा है कि हम पूर्ण बहुमत से सरकार बनाएंगे’. उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा था कि कुमारस्वामी सिर्फ उन्हीं पर हमला क्यों करते हैं, वह बीजेपी या येदियुरप्पा पर हमला क्यों नहीं करते. यह उनकी सरकार के खिलाफ षड्यंत्र है. वे हमारी सरकार को हटाना चाहते हैं. ऐसा नहीं हो पाएगा’.