सिकंदराबाद में उस 25 वर्षीय दलित महिला की शुक्रवार को मौत हो गई, जिसे गुरुवार शाम एक व्यक्ति ने सरेआम आग लगा दी थी। महिला को आग लगाने वाला व्यक्ति उसके साथ ही काम करता था और उसके प्रेम निवेदन को महिला ने अस्वीकार कर दिया था, जिसकी वजह से कथित तौर पर उसने ऐसा किया। पुलिस उपायुक्त (उत्तरी क्षेत्र) बी सुमती ने बताया कि महिला कार्यालय से लौट रही थी। इसी दौरान लालगुडा इलाके में 28 वर्षीय साई कार्तिक ने उस पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी। सुमती ने संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा कि आरोपी को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया गया और उस पर हत्या का मामला दर्ज किया गया है। अधिकारी ने बताया कि महिला का सिकंदराबाद के गांधी अस्पताल में उपचार चल रहा था। उसकी शुक्रवार सुबह करीब साढ़े सात बजे मौत हो गई।
उन्होंने बताया कि महिला अनुसूचित जाति से थी। वह एल्यूमीनियम विनिर्माण इकाई में बतौर अकाउंटेंट काम करती थी। आरोपी ने भी वहां एक साल काम किया। हालांकि प्रबंधन ने उसके व्यवहार को सही नहीं पाया और उसे नौकरी से बर्खास्त कर दिया। उपायुक्त ने बताया, ‘‘कार्तिक केवल सातवीं कक्षा तक पढ़ा था। वह और महिला एक-दूसरे को जानते थे। जब आरोपी ने उसे शादी का प्रस्ताव दिया तो उसने इनकार कर दिया।’’ अधिकारी ने कहा, ‘‘कल रात जब महिला कार्यालय से वापस लौट रही थी तो उसने मोटरसाइकिल से उसका पीछा किया और शादी का प्रस्ताव अस्वीकार करने को लेकर दोनों के बीच बहस हो गई।’’
उन्होंने बताया, ‘‘बहस के दौरान उसने महिला पर पेट्रोल डाला और आग लगा दी।’’ पास से गुजर रहे कुछ लोग महिला की चीख सुनकर उसकी मदद के लिए पहुंचे और आग बुझाई। महिला 64 प्रतिशत तक जल गई थी। उसे सिकंदराबाद के गांधी अस्पताल ले जाया गया। आरोपी के खिलाफ संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। उपायुक्त ने कहा कि वे मामले की जांच के लिए पीड़ित के फोन से मिले संदेश और कॉल रिकॉर्ड का विश्लेषण कर रहे हैं।