पुदुच्चेरी: तिरुनल्लर के दरबारण्येश्वर मंदिर में गुरुवार 21 दिसंबर को सनी पेयरची फेस्टिवल का भव्य आयोजन होने जा रहा है। मंदिर दर्शन के लिए करीब 5 लाख लोगों के पहुंचने की उम्मीद है। इसके लिए प्रशासन ने सभी स्तरों पर तैयारी की है। मंदिर परिसर में किसी भी वाहन के जाने की अनुमति नहीं है। सभी वाहनों की पार्किग व्यवस्था मुरुगाराम थियेटर के पास की गई है। व्यवस्था बनाये रखने के लिए करीब एक हजार पुलिसकर्मी को सादे कपड़े में और डॉग स्क्वॉड तैनात किए जाएंगे। शहर में महत्वपूर्ण स्थानों पर निगरानी के लिए 14 कैमरे लगाए गए हैं। मेडिकल इमरजेंसी के लिए भी तैयारी की गई है।
मंदिर का महत्व – तिरुनल्लर में भगवान शनि का प्रसिद्ध मंदिर है। यहां हर साल शनि पूजा के लिए लाखों श्रद्धालु पूरे देश से आते हैं। शनि ग्रह को समर्पित यह मंदिर तमिलनाडु के नवग्रह मंदिरों में से एक है। इस मंदिर में शनिदेव को समर्पित एक मंदिर है लेकिन यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। यह भारत का सबसे पवित्र शनि मंदिर है। चोल राजाओं को इस मंदिर का संस्थापक माना जाता है। त्यागराज के सात सप्तवाटिका स्थल हैं और तिरुनल्लर उनमें से एक है।
मान्यता है कि इस मंदिर में आराधना करने से शनि दोष पूर्णत खत्म हो जाते हैं और शनि की बुरी नजर से बचा जा सकता है। कहा जाता है जो लोग शनि की प्रकोप से प्रभावित होते हैं वे इस मंदिर में आराधना कर शनि दोषों से मुक्त हो जाते हैं। हर 3 साल में एक बार जब शनि ग्रह एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करते हैं और शनि जयंती के मौके पर यहां देशभर से लाखों श्रद्धालु शनि देव की पूजा के लिए आते हैं।