Madhubala to Saira Bano, For this Actor every love was Seriousness in his life.
#BollywoodNews #DilipKumar #Madhubala #SairaBano
हिन्दी फ़िल्मों के एक प्रसिद्ध लोकप्रिय व भारतीय सिनेमा के महानायक रहे दिलीप कुमार की जिंदगी में कई उतार-चढ़ाव आए। अपने अभिनय से तो उन्होंने फिल्म जगत को मुरीद बना ही लिया था पर उनकी लव लाइफ भी हमेशा से विवादों में रही। क्या आप जानते हैं कि अपने करियर में बुलंदी छूने वाले दिलीप कुमार प्यार में कितनी बार फेल हुए। तो आइये दोस्तों आज हम आपको उनकी जिंदगी में आए पहले से लेकर आखिरी प्यार तक के सभी कहानियों से रूबरू कराते हैं।
जहां बहुत ही कम लोग ये जानते हैं कि 1940 में देविका रानी ने युसुफ खान को दिलीप कुमार के नाम से नवाजा। और उसा समय से शुरु हुआ बॉलीवुड में दिलीप कुमार का उदय होना। क्या आप जानते हैं कि उनकी जिंदगी का पहला प्यार कामिनी कौशल थी। तो इनकी कहानी फिल्म शहीद के सेट से शुरु होती है। दरअसल दोनों की मुलाकात सेट पर ही हुई थी। जिसके बाद दोनों शादी करना चाहते थे और उन्होंने इसकी पूरी प्लानिंग भी कर ली थी। पर कामिनी पहले से ही शादी-शुदा थीं। और अपनी बहन की मौत के बाद कामिनी ने उनके पति से शादी कर ली थी। इसका सबसे बड़ा कारण यही था कि बहन के छोटे बच्चे को संभालने के लिए कामिनी को ये शादी करनी पड़ी। फिलहाल जब उनके रिश्ते के बारे में कामिनी के परिवार वालों को पता चला तो कामिनी का भाई दिलीप को धमकाने लगा साथ ही दिलीप को कामिनी से दूर रहने की धमकी भी तक दे डाली। जिसके बाद तीन साल तक चलने वाला ये रिश्ता खत्म हो गया।
फिर शुरु होती है 1951 में दिलीप और मधुबाला की ये दिलचस्प कहानी। दरअसल फिल्म तराना की शूटिंग के दौरान दिलीप की मुलाकात मधुबाला से होती है। बता दे कि इस प्रेम कहानी की सबसे बड़ी व खास बात ये थी कि इस बार प्यार का इजहार दिलीप ने नही बल्कि मधुबाला ने गुलाब के फूल के साथ एक चिट्ठी दिलीप को भिजवाई। जिसमें ये लिखा था कि अगर आप मुझसे मोहब्बत करते हैं तो ये गुलाब का फूल कबूल करें और अगर नही करते हैं तो इसे वापस भेज दें। जिसके बाद दिलीप कुमार ने मुस्कुराकर उस फूल को कुबूल कर लिया। फिर तो ऐसा हुआ कि दोनों एक-दूसरे से एक पल के लिए अलग नहीं रहना चाहते थे। मधुबाला जहां भी शूटिंग करतीं दिलीप उस सेट पर पहुंच जाते थे। वहीं फिल्म इंडस्ट्री में दोनों के प्यार के चर्चे चारों तरफ फैल गए। फिर आया इस कहानी में ट्विस्ट जिसमें दोनों के प्यार के विलेन बने मधुबाला के पिता अताउल्ला खां। इस रिश्ते के सख्त खिलाफ होने के चलते अताउल्ला खां मधुबाला को दिलीप से दूर रखने के लिए उन पर खूब नजर रखने लगे। और यही वो कारण था जिससे दिलीप कुमार उनको नापसंद करने लगे। कहा तो जाता है कि ये रिश्ता सगाई तक पहुंचा था पर तभी उनकी प्रेम कहानी में एक और ट्विस्ट आया। दरअसल शादी से पहले दिलीप कुमार ने मधुबाला के सामने ऐसी शर्त रख दी कि जिसे कबूलना उनके लिए मुश्किल हो गया। बता दे कि दिलीप ने मधुबाला को शादी के पश्चात फिल्मों में काम ना करने के साथ-साथ उनके पिता से भी रिश्ता खत्म करने को कहा। पर मधुबाला अपने पूरे परिवार में अकेली कमाने वाली थी और वो अपने पिता से बेहद प्यार करती थी। जिसके कारण मधुबाला को दिलीप के ये शर्त पसंद नही आई और दोनो के बीच आए दिन झगड़े होने लगे। और फिर अंत में जाके दोनों के प्यार ने दम तोड़ ही दिया। और अब दोनों के रास्ते जुदा हो गए। और दोनों तन्हा भी हो गए। जिसके बाद काफी लंबे समय तक कोई भी खूबसूरत अदाकारा दिलीप के दिल को नही छू पाई।
वहीं 1960 में दिलीप कुमार की मुलाकात एक फिल्म के सिलसिले में अपने से 20 साल छोटी लड़की सायरा बानो से हुई। बता दे कि सायरा ने अपने एक इंटरव्यू के जरिये ये कहा था कि जब वो 12 साल की ही थीं तब से उनकी बस एक ही तमन्ना थी कि उनकी शादी दिलीप कुमार से हो जाए। पर उनके साथ रियल लाइफ में इसका ठीक विपरीत ही हुआ। दरअसल दिलीप कुमाप सायरा बानों के साथ काम करने में इनट्रेस्ट नही लेते थे। इसकी बस एक ही वजह थी कि दिलीप को ऐसा लगता था कि सायरा पर्दे पर उनके सामने बहुत छोटी दिखेंगी। पर सायरा बानो तो मन ही मन दिलीप कुमार को खूब चाहती थीं। और इस बाल से दिलीप भी अंजान नही थे। गौर फरमाने वाली बात तो ये है कि 1966 में उन्होंने किसी को बिना बताए सायरा बानो से शादी कर ली। बता दे कि जब दोनो ने शादी की तो उस समय दिलीप कुमार 44 साल के थे और सायरा बानो 22 वर्ष की थीं। जिसके बाद दोनों की शादीशुदा जिंदगी बहुत ही खुशहाल चल रही थी। और फिर 1972 में सायरा बानो पहली बार जब प्रेग्नेंट हुई तो उनकी खुशियां और भी ज्यादा बढ़ गई। गौरतलब है कि 8 महीने की प्रेग्नेंसी के बाद जब सायरा को ब्लड प्रेशर की शिकायत हुई तो उसी दौरान बच्चे को बचाने के लिए सर्जरी करना असंभव हो गया और दम घुटने से बच्चे की मौत हो गई। जिसके बाद पता चला था कि सायर के पेट में लड़का था। और फिर इस हादसे के बाद सायरा कभी मां नहीं बन सकीं।
बता दे कि 1980 में एक खबर आई जिसने दोनों की जिंदगी में भूचाल मचा दिया। दरअसल दिलीप का नाम आसमां नाम की एक लड़की से जोड़ा जाने लगा। खबरों के द्वारा पता चला है कि दिलीप ने आसमां से दूसरी शादी बच्चे की चाहत में की थी। पर उनकी ये ख्वाहिश कभी पूरी नहीं हुई और तीन साल के इस रिश्ते को दिलीप ने आसमां को तलाक देकर खत्म कर दिया। जिसके बाद वो लगातार बस यही बोलते रहे कि उनका आसमां के साथ कोई रिश्ता नहीं है। हालांकि इसके बाद भी सायरा दिलीप के साथ रही और उनका ख्याल रखा और इस बात को तो अब दिलाप भी मानते हैं कि सायरा उनका परछाई है।