नागालैंड में विधानसभा चुनावों के मद्देनजर एक बार फिर से नगा शांति समझौते पर राजनीतिक माहौल गर्मा गया है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने नगा शांति समझौते के बहाने पीएम मोदी पर निशाना साधा है. रविवार को राहुल गांधी ने ट्वीट कर नगा समझौते के अस्तित्व पर सवाल खड़े किए है. राहुल ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘अगस्त 2015 में पीएम मोदी ने नगा समझौते पर हस्ताक्षर कर इतिहास रचने का दावा किया था, लेकिन आज फरवरी 2018 हो गया है और समझौता जमीनी स्तर पर नजर नहीं आ रहा है.
पीएम मोदी की बातें अर्थहीन!
प्रधानमंत्री मोदी पर हमला बोलते हुए राहुल ने अपने ट्विटर पर आगे लिखा, ‘मोदीजी देश के पहले ऐसे भारतीय प्रधानमंत्री हैं जिनकी बातों का कोई अर्थ नहीं होता.’ बता दें कि नागालैंड में इसी महीने के अंत में विधानसभा चुनावों के लिए मतदान होने है. चुनावों से ठीक पहले बीजेपी को राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो की अगुवाई वाली नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक पीपुल्स पार्टी (एनडीपीपी) का साथ मिल चुका है, लेकिन कांग्रेस इस रण में अकेले ही उतरने वाली है. नागालैंड में चुनाव प्रचार करने के लिए रण में उतर चुके हैं.
क्या है नगा शांति समझौता
बता दें कि वर्ष 2015 के अगस्त महीने में केंद्र सरकार ने नगा अलगाववादी संगठन NSCN (IM) के साथ शांति समझौते पर हस्ताक्षर किया था. NSCN (IM) के नेता टी. मुइवा ने प्रधानमंत्री मोदी के साथ समझौते पर हस्ताक्षर करते हुए कहा था कि रिश्तों का नया अध्याय अब शुरू हो गया है. खुद प्रधानमंत्री मोदी ने इसे ऐतिहासिक दिन और पहल बताया था.
त्रिपुरा और मेघालय में भी हैं चुनाव
त्रिपुरा, मेघालय और नागालैंड में इसी महीने चुनाव होने हैं. मेघालय, नागालैंड और त्रिपुरा में 60-60 सदस्यीय विधानसभा का कार्यकाल क्रमश: 6, 13, 14 मार्च को समाप्त हो रहा है. त्रिपुरा में जहां लेफ्ट की सरकार है, वहीं, मेघालय में कांग्रेस सत्ता में है, जबकि नागा पीपुल्स फ्रंट-लीड डेमोक्रेटिक गठबंधन नागालैंड में सत्तासीन है. डेमोक्रेटिक गठबंधन भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) द्वारा समर्थित है.