यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सीधा हमला बोला और कहा कि ‘सबका साथ, सबका विकास’ और ‘न खाऊंगा न खाने दूंगा’ जैसे नारे सिर्फ नाटक थे और सत्ता हथियाने की चाल थी. कांग्रेस के 84 वें महाधिवेशन में सोनिया ने कहा, “मैं राजनीति में नहीं आना चाहती थी, परिस्थितियों के कारण आई.” उन्होंने कहा कि हमने बहुत से राज्यों में सरकारें बनाई और इन सरकारों के काम ने पार्टी को मजबूत बनाया.
उन्होंने कहा कि मनमोहन सरकार में हम अपने संकल्पों के प्रति सजग रहे और बहुत क़ामयाबी हासिल की. मनमोहन सिंह के समय अर्थव्यवस्था ने प्रगति की और विकास दर अब तक के सबसे उच्च स्तर पर रही. मनरेगा, खाद्य सुरक्षा जैसे कानून से करोड़ों लोगों के जीवन में बदलाव आया. उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार इन योजनाओं और कार्यक्रमों को कमजोर करने की कोशिश कर रही है.
सोनिया ने कहा कि कांग्रेस सत्ता के अहंकार के सामने कभी नहीं झुकेगी. हम मोदी सरकार के भ्रष्टाचार का खुलासा कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि ‘सबका साथ, सबका विकास’ और ‘न खाऊंगा न खाने दूंगा’ जैसे नारे सिर्फ नाटक थे और सत्ता हथियाने की चाल थी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने राष्ट्र निर्माण में सबसे ज़्यादा योगदान दिया है. अब कांग्रेस अध्यक्ष और हम सबके सामने चुनौती आसान नहीं है. हमें संघर्ष करना होगा. पक्षपात मुक्त, प्रतिशोध मुक्त भारत बनाना होगा.
दिल्ली में 17 मार्च से शुरू हुए कांग्रेस के महाधिवेशन के उद्घाटन सत्र को पार्टी की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने संबोधित किया. सभा को संबोधित करने के बाद सोनिया गांधी भावुक हो गईं और मंच से उतरते ही राहुल गांधी को गले लगा लिया.