There are 19 new cases of ‘Nipah’ in Kerala in front!
केरल में निपाह वायरस का खतरा कम होने का नाम नहीं ले रहा. अब तक कुल 10 लोगों की मौत हो चुकी है और 19 बीमार लोगों को अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है.
किसी प्रकार के संक्रमण से बचने के लिए राज्य सरकार ने लोगों से राज्य के चार उत्तरी जिलों – कोझीकोड, मलप्पुरम, वयनाड और कन्नूर में जाने से बचने को कहा है. स्वास्थ्य सचिव राजीव सदानंदन ने कहा, ‘राज्य के बाकी हिस्से में जाना सुरक्षित है. अगर लोग अतरिक्त एहतियात बरतना चाहते हैं तो वे इन चार जिलों में जाने से बच सकते हैं.
खबर के मुताबिक निपाह से निपटने के लिए सरकार ने 2 हजार रिबेविरिन टैबलेट और एंटी वायरल दवाएं मलेशिया से खरीदी हैं. एम्स के डॉक्टर प्रदेश के डॉक्टरों को ट्रेनिंग दे रहे हैं ताकि बीमारी काबू की जा सके. इस बीच केरल के स्वास्थ्य सेवाओं की निदेशक डॉ.
आरएल सरिता ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि 13 लोगों में इस बीमारी के टेस्ट पॉजिटिव पाए गए हैं. सरिता ने कहा, हम फिलहाल 10 मामले कंफर्म कर रहे हैं लेकिन 5 मई को एक मरीज की मौत का सैंपल नहीं लिया जा सका था जिसमें ऐसे लक्षण पाए गए थे. इस प्रकार कुल मृतकों की संख्या 11 हो जाती है.
सरकार ने इस मुद्दे पर चर्चा के लिए 25 मई को कोझीकोड में सर्वदलीय बैठक बुलाई है. स्वास्थ्य मंत्री के के शैलजा ने बुधवार को कहा कि सांसद, विधायक और कई दलों के नेता बैठक में हिस्सा लेंगे.
बता दें कि अब तक 13 मामले की पुष्टि हुई है. इसमें 10 लोगों की मौत हो चुकी है. खबरों के मुताबिक, कन्नूर के तलासेरी सरकारी अस्पताल में एकांत वार्ड (आइसोलेटेड वार्ड) भी बनाया गया है.
सरकार ने वायरस इनफेक्शन के कारण जान गंवाने वाले अन्य नौ लोगों के परिजनों को भी पांच-पांच लाख रुपए देने का फैसला किया है. बहरहाल, डीजीपी लोकनाथ बेहरा ने वायरस के संबंध में सोशल मीडिया पर गलत सूचना फैलाने वालों को सख्त कार्रवाई के प्रति चेताया है. सभी जिले में निगरानी बढ़ा दी गई है.