संसद के दोनों सदनों में पीएनबी घोटाले और आंध्र प्रदेश के लिए विशेष पैकेज की मांग करते हुए विपक्ष द्वारा काफी हंगामा किया जा रहा है। राज्यसभा और लोकसभा, दोनों ही सदनों की कार्यवाही कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के सासंदों के हंगामे के कारण सोमवार को बाधित रही। विपक्ष के हंगामे के बाद लोकसभा की कार्यवाही को दिन भर के लिए स्थगित कर दिया गया तो वहीं राज्यसभा को दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया। टीडीपी के सांसदों ने आंध्र प्रदेश को विशेष दर्जा देने की मांग करते हुए सदन परिसर में स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने विरोध प्रदर्शन किया गया। पार्टी के सांसद शिवप्रसाद ने विरोध का बेहद ही खास तरीका खोजा। वह भगवान कृष्ण का रूप धारण करके सोमवार को सदन पहुंचे। उन्होंने सिर पर मुकुट पहना था और हाथ में बांसुरी पकड़ी थी। उन्होंने आंध्र प्रदेश को विशेष दर्जा देने की मांग करते हुए यह तरीका अपनाया। इससे पहले शिवप्रसाद ने तांत्रिक का रूप धारण किया था।
ऐसा पहली बार नहीं है कि शिवप्रसाद अलग और विचित्र रूप धारण करके संसद पहुंचे हों, इसके पहले भी टीडीपी सांसद ऐसा कर चुके हैं। साल 2016 में भी शिवप्रसाद ने ‘बुर्रा कथा’ (कहानी सुनाने वाला) का रूप धारण किया था। केंद्र सरकार द्वारा लिए गए नोटबंदी के फैसले के विरोध में उन्होंने ऐसा किया था। इसके अलावा वह आंध्र के लोक गायक और सपेरा का रूप भी ले चुके हैं। आपको बता दें कि शिवप्रसाद तेलुगु फिल्मों में काम कर चुके हैं और उन्हें दंगा फिल्म के लिए साल 2005 में सर्वश्रेष्ठ खलनायक अभिनेता का अवॉर्ड भी मिल चुका है। इसके बाद सभापति ने सदन की कार्यवाही अपराह्न दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
बता दें कि सोमवार को जैसे ही राज्यसभा की कार्यवाही शुरू हुई, तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के सांसद सभापति के आसन के समीप आकर नारेबाजी करने लगे। इस दौरान इनके हाथों में आंध्र प्रदेश को केंद्र से विशेष मदद दिए जाने की मांग वाले बैनर और तख्तियां थीं। सभापति एम.वेंकैया नायडू ने पहले सदन की कार्यवाही 10 मिनट के लिए स्थगित कर दी लेकिन जैसे ही सदन की कार्यवाही पूर्वाह्न 11.20 बजे दोबारा शुरू हुई, हंगामा फिर शुरू हो गया।