Thursday, October 3, 2024
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वीके सिंह बोले- किसी को नौकरी देना बिस्कुट बांटने वाला काम नहीं है…

SI News Today

इराक के मोसुल में मारे गए 38 भारतीयों के शव लेकर विदेश राज्यमंत्री वीके सिंह अमृतसर पहुंचे और पंजाब सरकार की मौजूदगी में शवों को अवशेषों को परिजनों को सौंपों. इस मौके पर उन्होंने पत्रकारों को बताया किस तरह वे इन शवों के अवशेषों को लेकर भारत आए हैं. उन्होंने कहा कि परिजनों को अवशेष सौंपने का पल बहुत ही भावुक था.

उन्होंने पत्रकारों ने बताया कि बड़ी मुश्किल से इन अवशेषों का डीएनए सैंपल मैच हुआ था और अभी एक अवशेष पर काम चल रहा है. उन्होंने बताया कि इस मामले में भारत सरकार ने कोई कमी नहीं छोड़ी. वह खुद चार बार इराक गए और अपने सामने ही सारी प्रक्रिया पूरी कराई.

4 बार इराक गए थे विदेश मंत्री
विदेश राज्यमंत्री ने बताया कि वह पहली बार इराक गए थे. उस समय वहां के हालत ठीक नहीं थे. सेना और आतंकियों के बीच युद्ध चल रहा था. इस दौरान इराक सरकार से उन्हें जो जानकारी मिली, उसे लेकर वह भारत आ गए. इसके बाद फिर इराक गए और जिस फैक्ट्री में ये भारतीय काम करते थे, वहां से जानकारी जुटाई. स्थानीय मीडिया और रेडियो पर उनके बारे में सूचनाएं प्रकाशित और प्रचारित करवाईं. उन्होंने बताया कि बाद में मोसुल के बदूश पहाड़ी में शव होने की जानकारी मिली. रडार की मदद से टीले के अंदर की जानकारी निकलवाई, फिर जाकर शवों को निकालने का काम शुरू हुआ. फिर डीएनए की जांच कराकर वह इन अवशेषों को भारत लाए हैं.

बिस्कुट बांटने जैसा नहीं है नौकरी देना
पीड़ित परिवारों को नौकरी दिए जाने के सवाल पर वीके सिंह ने कहा कि यह फुटबाल का खेल नहीं है. उन्होंने कहा, ‘किसी को नौकरी देना बिस्कुट बांटने वाला काम नहीं है. ये लोगों की जिंदगी से जुड़ा सवाल है आ गई बात समझ में? मैं अभी ऐलान कहां से करूं, जेब में कोई पिटारा तो रखा हुआ नहीं है.’ उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार, दोनों ही संवेदनशील सरकारें हैं. उन्होंने बताया कि विदेश मंत्रालय ने पीड़ित परिजनों से लोगों की योग्यता से संबंधित जानकारियां मांगी गई हैं.

पंजाब सरकार ने किया नौकरी देने का ऐलान
उधर, पंजाब सरकार ने पीड़ित परिजनों के लिए कई राहत वाली घोषणाएं कीं. पंजाब सरकार के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि प्रत्येक पीड़ित परिवार को 5 लाख रुपये नकद, 20,000 रुपये प्रतिमाह पेंशन और परिवार के एक व्यक्ति को नौकरी दी जाएगी.

मृतकों में सबसे ज्यादा पंजाब के
इन मृतकों में से 31 भारतीय पंजाब और हिमाचल प्रदेश के थे. इनके पार्थिव अवशेष अमृतसर के श्री गुरु रामदास जी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर उनके परिजनों ने लिए. इसके बाद वीके सिंह कोलकाता के लिए रवाना हो गए. इराक में करीब चार साल पहले मारे गए इन भारतीयों में से 27 पंजाब के और चार हिमाचल प्रदेश के थे.

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