बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले में महिला से चलती गाड़ी में गैंगरेप का मामला सामने आया है। महिला की कुछ दिन पहले ही उसके पड़ोसी ने पिटाई कर दी थी। इसकी शिकायत वह बेतिया रेंज के डीआईजी के ऑफिस में करने गई थी। महिला के परिजनों के मुताबिक उसका रेप पड़ोसी मनोज ठाकुर और उसके तीन साथियों ने मिलकर किया था। रेप के बाद 40 साल की महिला अर्धनग्न और बहोशी की हालत में पूर्वी चंपारण के पिपरा कोठी में मिली थी। मोतिहारी में सिविल सर्जन प्रशांत कुमार ने बताया कि महिला की हालत गंभीर थी इसलिए सरदार हॉस्टिपटल मोतिहारी की टीम ने महिला को पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के लिए रेफर कर दिया। मोतिहारी पुलिस ने महिला के बयान दर्ज कर लिए हैं। सूत्रों के मुताबिक महिला के शरीर पर चोट के निशान थे और मेडिकल जांच में ऐसा पता चला है कि महिला के साथ रेप हुआ था।
पुलिस के सूत्रों के मुताबिक महिला ने बताया कि शाम 5 बजे वह बेतिया रेलवे स्टेशन पर ट्रेन का इंतजार कर रही थी। मनोज ने कहा कि वह उसकी गाड़ी में मनोज के साथ चल सकती है। महिला ने बताया कि ट्रेन लेट चल रही थी और टाइम भी काफी हो गया था इसलिए वह उसके साथ चलने को तैयार हो गई। जब वह गाड़ी में आई तो उसने देखा कि गाड़ी में 3 लोग और बैठे हुए थे। वह कुछ कहती तब तक उनमें से एक ने गाड़ी चलानी शुरू कर दी। महिला के मुताबिक उसे नशा देकर बेहोश किया गया। उसके बाद चलती गाड़ी में चार लोगों ने बारी-बारी से उसका रेप किया। यह घटना शनिवार (20 मई) रात की है।
मोतिहारी टाउन पुलिस स्टेशन के अधिकारी आनंद कुमार ने बताया कि केस को बेतिया रेलवे पुलिस को ट्रांसफर कर दिया गया है। जब महिला सरदार हॉस्पिटल में भर्ती थी तब उसका बयान दर्ज करना हमारी ड्यूटी थी। जहां घटना हुई है वह हमारे क्षेत्र में नहीं आता है। महिला ने पुलिस को बताया कि वह बेतिया रेंज के डीआईजी अनिल कुमार सिंह से नहीं मिल पाई क्योंकि वह उस समय ऑफिस में नहीं थे। पुलिस ने बताया कि सिंह तिरहुत रेंज के डीआईजी हैं और उनके पास बेतिया का एडिशनल चार्ज है। इसलिए वह ज्यादातर मुजफ्फरपुर में ही बैठते हैं।