कटिहार जिले के मनिहारी के ओलीपुर गांव में निकाह करने कोढ़ा के सिमरिया से आए दूल्हे की बारात को बिना शादी के वापस लौटना पड़ा। वजह ये थी कि पुलिस को इसकी जानकारी मिल गई थी कि ओलीपुर में एक नाबालिग का निकाह कराया जा रहा है।
सूचना के आधार पर मनिहारी थाना अध्यक्ष चंद्रप्रकाश और बीडीओ श्री राम पासवान दल-बल के साथ ओलीपुर पहुंचकर दूल्हा और दुल्हन के परिजनों से पूछताछ शुरू कर दी और पुलिस नाबालिग के परिजनों को थाने उठा लाई, जिससे शादी वाले घर में सन्नाटा पसर गया।
कटिहार के मनिहारी थाना क्षेत्र के ओलीपुर गांव की एक नाबालिग लड़की का निकाह कटिहार के सिमरिया के रहने वाले इशाक से किया जाना था। घर में शादी की सभी तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी थी और बारात का इंतजार हो रहा था कि अचानक पुलिस की टीम ने रंग मे भंग डाल दिया।
रिपोर्ट के मुताबिक गुप्त सूचना के आधार पहुंची पुलिस ने नाबालिग लड़की के परिजनों से दुल्हन के नाबालिग होने की पूछताछ कर रही थी कि तभी बारात भी दरवाजे पर पहुंच गई। पुलिस ने नाबालिग लड़की से शादी को लेकर दूल्हे इशहाक और उसके चाचा ऐनूल हक से भी पूछताछ की।
थाना दंडाधिकारी दूल्हे और दूल्हे के चाचा के जबाव से संतुष्ट नहीं हुए और नाबालिग लड़की की मां, मामा और दूल्हे के चाचा को अपने साथ थाने ले गई। इस बीच मामला बिगड़ता देख दूल्हे समेत पूरी बारात ने बिना दुल्हन के बैरंग वापस लौटना बेहतर समझा।
दंडाधिकारी सह बीडीओ श्रीराम पासवान ने बताया कि बाल संरक्षण इकाई ने पुलिस को नाबालिग की शादी की सूचना उन्हें दी थी। इसी सूचना के आधार पर त्वरित कारवाई करते हुए शादी रोक दी गई और दोनों पक्षों को लड़की के बालिग होने तक शादी नहीं करने का बांड भरवाकर छोड़ दिया गया।