पार्टी के एक कार्यकर्ता की इच्छा पूरी करने के लिए बिहार के सीएम नीतीश कुमार अपनी व्यस्तता के बीच सारण जिले के मारहोरा ब्लॉक पहुंचकर सभी को हैरान कर दिया। दरअसल, मढ़ौरा ब्लॉक के धेनकी गांव के निवासी 90 वर्षीय राजेंद्र सिंह समता पार्टी के शुरुआती दिनों से ही नीतीश कुमार के जुड़े हुए थे। उन्होंने नीतीश कुमार से मिलने की इच्छा जाहिर की थी। जिसके बाद मुख्यमंत्री शुक्रवार को उनके घर पहुंच गए।
जेडीयू के सूत्रों का कहना है कि राजेंद्र सिंह समता पार्टी के शुरुआती दिनों से ही नीतीश कुमार के जुड़े हुए थे, जिसका बाद में जेडीयू के साथ विलय कर दिया गया था। वह पहले समता पार्टी के मढ़ौरा ब्लॉक के अध्यक्ष थे और दो बार जेडीयू के मढ़ौरा ब्लॉक के अध्यक्ष भी रहे हैं। बुधवार को राजेंद्र के छोटे बेटे और मढ़ौरा ब्लॉक के वर्तमान जेडीयू अध्यक्ष बलराम सिंह उर्फ गामा सिंह की मुख्यमंत्री से मुलाकात हुई। मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री ने बलराम से उनके पिता राजेंद्र सिंह के स्वास्थ्य के बारे में पूछताछ की। बलराम ने बताया कि पिछले कई महीनों से उनके पिता बीमार चल रहे हैं।
गांव लौटने के बाद बलराम ने नीतीश कुमार की अपने पिता से फोन पर बात करवाई। मुख्यमंत्री से बातचीत के दौरान राजेंद्र सिंह ने उनसे मिलने की इच्छा व्यक्त की। जिसपर मुख्यमंत्री ने जल्द ही उनसे मिलने उनके गांव आने का वादा किया। गुरुवार को मुख्यमंत्री के कार्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने सारण के डीएम हरिहर प्रसाद से संपर्क कर मुख्यमंत्री के मढ़ौरा दौरे के बारे में अवगत कराया।
अपने वादे के मुताबिक जल संसाधन मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ लालन सिंह के साथ नीतीश कुमार धेनकी गांव पहुंचे और राजेंद्र सिंह से मिले। मुख्यमंत्री ने न केवल राजेंद्र के स्वास्थ्य के बारे में पूछा, बल्कि उनके परिवार के सदस्यों के साथ फोटो भी खिंचवाया। बाद में मुख्यमंत्री ने राजेंद्र सिंह को एक शॉल भेंट की जिसपर महात्मा गांधी के चंपारण सत्याग्रह से जुड़े चित्र उकेरे हुए थे।