आम आदमी पार्टी के निलंबित विधायक और पूर्व मंत्री कपिल मिश्रा ने केजरीवाल सरकार पर भ्रष्टाचार के नए आरोप लगाए हैं। इस बार उन्होंने गाड़ियों में सीएनजी किट लगाने में घोटाला किए जाने का आरोप लगाया है। कपिल ने कहा कि 10 हजार गाड़ियों में नकली सीएनजी किट लगाई गई है। इससे लोगों की जान को खतरा भी हो सकता है। कपिल ने अपने दावों को सही साबित करने के लिए कुछ कागजात भी मीडिया के सामने रखे। साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि केजरीवाल सरकार ने चीन के माल को कनाडा का सामान बताकर बेचा।
कपिल मिश्र ने मुख्यमंत्री केजरीवाल को चुनौती दी है कि वे कितने भी गुंडे भेजें, पर वे डरेंगे नहीं। कपिल के मुताबिक, केजरीवाल दागी मंत्री सत्येंद्र जैन को इसलिए नहीं हटा रहे हैं क्योंकि उन्होंने सरकारी गवाह बनने की धमकी दी है। बता दें कि कपिल ने आप नेताओं पर विदेश दौरे करके गलत ढंग से चंदा जुटाने से लेकर केजरीवाल पर सत्येंद्र जैन से घूस लेने तक के आरोप लगाए हैं। हाल ही में दिल्ली विधानसभा में कपिल की आप विधायकों के साथ हाथापाई भी हुई थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि उन्हें लात-घूंसों से पीटा गया। माना जा रहा है कि कपिल के लगातार खुलासों से गुस्साए विधायक उनसे भिड़ गए थे।
इस बार कपिल ने आरोप लगाया है कि सीएनजी की जो किट गाड़ियों में लगाई गई है, वह चीन की है, लेकिन माल पर कनाडा का टैग लगाया गया है। उन्होंने कहा कि इससे दिल्लीवालों की जिंदगी दांव पर लगी है। उनके साथ कभी भी कोई हादसा हो सकता है। सभी कंपनियां नकली किट बेच रही हैं। कपिल ने कहा कि असीम अहमद खान और सत्येंद्र जैन के लिए अलग-अलग नियम हैं। असीम खान को हटा दिया जाता है, लेकिन सत्येंद्र जैन पर इतने आरोप लगने के बाद भी वे अपने पद पर बने हुए हैं। उन्होंने कहा कि आप की वेबसाइट से चंदे की जानकारी भी हटा दी गई है।
आप सरकार के घोटाला प्रमुख हैं सत्येंद्र जैन
इस मामले को लेकर दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने भी केजरीवाल सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि चीनी किट को कनाडा का बताकर बेचने का मामला सिर्फ आर्थिक घोटाला नहीं है, बल्कि इससे लोगों का सरकार के मान्यता प्रमाणपत्रों से भरोसा भी डगमगाएगा। दिल्ली के हजारों वाहन चालकों ने सरकारी प्रमाणपत्र पर भरोसा किया और किट को कनाडा का मानकर अपने वाहनों में लगवाया। आज वे खुद को ठगा सा महसूस कर रहे होंगे। यह मामला लोगों की सुरक्षा को भी खतरे में डालने वाला है क्योंकि चीनी उत्पादों को अक्सर अंतरराष्टÑीय मानकों पर कमजोर पाया जाता है। तिवारी ने कहा कि इस घोटाले में भी सत्येंद्र जैन का नाम आना यह स्पष्ट करता है कि वे इस सरकार के घोटाला प्रमुख हैं।