Monday, February 10, 2025
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फर्जी है 777888999 से आई DEATH CALL?

SI News Today

दुनिया के 150 देशों में रैन्समवेयर के वानाक्राई वायरस अटैक के बाद से भारत में तरह-तरह की अफवाहें फैल रही हैं। सोशल मीडिया और व्हाट्स एप ग्रुप पर इन दिनों डेथ कॉल (मौत का फोन) की अफवाह लोगों के बीच चर्चा का विषय बनी हुई है। इसमें दावा किया जा रहा है कि अगर आपके मोबाइल पर 777888999 नंबर से फोन आए तो उसे रिसीव न करें। सोशल मीडिया पर इसे डेथ कॉल बताया जा रहा है।
दावा किया जा रहा है कि इस नंबर से आने वाली कॉल वायरस युक्त है। फोन आने पर कॉल रिसीव करते ही मोबाइल ब्लास्ट हो जा रहा है और कॉल रिसीव करने वाले की मौत हो जा रही है।

इसीलिए इसे सोशल मीडिया और व्हाट्स एप ग्रुप पर डेथ कॉल का नाम दिया जा रहा है। इस नंबर पर फोन करने पर कस्टमर केयर द्वारा बताया जा है कि आपके द्वारा डायल किया गया नंबर गलत है। कृपया नंबर जांच लें।

टेलिकॉम विशेषज्ञ बीबी जोशी के अनुसार भारत में 10 अंकों का मोबाइल नंबर होता है। डेथ कॉल में जो नंबर बताया जा रहा है वो नौ अंकों का है। कुछ देश में नौ अंकों का मोबाइल व फोन नंबर है। वहां से भी अगर फोन आएगा तो नंबर से पहले उस देश का आईएसडी कोड लगा होगा, जैसे भारत का आईएसडी कोड (+91) है। इसलिए यह महज अफवाह है।

साइबर विशेषज्ञ अनुज अग्रवाल के अनुसार पहले भी देश में डेथ कॉल की कई अफवाहें सामने आ चुकी हैं, लेकिन आज तक ऐसा कोई सामने नहीं आया है। अभी तक इस तरह की कोई तकनीक विकसित नहीं हुई है कि किसी के मोबाइल पर फोन कर उसे ब्लॉस्ट कराया जा सके।
नोएडा में एटीएम हैक होने की फैली अफवाह

वानाक्राई वायरस अटैक से भारतीय बैंकिंग प्रणाली को भी खतरा बताया जा रहा है। चर्चाओं का बाजार गर्म है कि इस वजह से कई बैंकों ने अपने एटीएम और इंटरनेट संबंधी बैंकिंग कामकाज बंद कर दिए हैं। बुधवार को अफवाह फैल गई कि नोएडा के सेक्टर-77 स्थित इंडसइंड बैंक का एटीएम वायरस द्वारा हैक हो गया है। देखते ही देखते हैक एटीएम की फोटो के साथ ये मैसेज सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।

अमर उजाला टीम ने जब उस एटीएम पर जाकर पड़ताल की तो पता चला कि एटीएम सही से काम कर रहा है। आसपास रहने वाले लोगों से पूछने पर उन्होंने एटीएम में किसी तरह की दिक्कत सामने न आने की बात बताई। इंडसइंड बैंक की प्रबंधक ने भी ऐसी किसी शिकायत की जानकारी होने से होने से इंकार किया।

साइबर विशेषज्ञ रक्षित टंडन ने बताया कि एटीएम और बैंकिंग प्रणाली को किसी तरह का खतरा नहीं है। ये महज अफहाव है। अभी तक किसी एटीएम नेटवर्क या बैंक पर वायरस अटैक की बात सामने नहीं आई है। हालांकि बैंकों ने एहतियातन अपने सॉफ्टवेयर और ऑपरेटिंग सिस्टम अपग्रेड करने शुरू कर दिए हैं। बैंक का सिस्टम हैक करना इसलिए भी संभव नहीं है, क्योंकि ये वायरस ईमेल के जरिए कंप्यूटर में आता है और फिर सर्वर में जाता है। बैंक में जिस कंप्यूटर से बैंकिंग का काम होता है, उसमें कोई बाहर की मेल या सॉफ्टवेयर नहीं होते हैं।
इंटरनेट वीडियो कॉल रिसीव न करें

सोशल मीडिया पर चर्चा है कि वानाक्राई वायरस डांस ऑफ द हिलैरी नाम से आने वाले इंटरनेट वीड़ियो कॉल के जरिए भी फैलाया जा रहा है। इस नाम से आने वाले वीडियो कॉल को रिसीव न करने की हिदायत दी जा रही है। दावा किया जा रहा है कि इस वीडियो कॉल को रिसीव करते ही आपका मोबाइल फॉरमेट हो जाएगा और सारा डाटा डिलीट हो जाएगा।

ऐसे करें सुरक्षा
1- कोशिश करें कि आपके डिवाइस का सॉफ्टवेयर अपडेट हो। इससे डिवाइस के बग्स दूर होने के साथ ही सुरक्षा के मानक भी अपडेट हो जाते हैं। अगर आप अपने डिवाइस को अपडेट रखते हैं तो फिर आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है।
2-  सभी जरूरी फाइलों का बैकअप जरूर रखें।
3- जरूरी सेवाओं के लिए पासवर्ड का इस्तेमाल करें।
4-  मेल खोलते समय सावधानी बरतें।

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