आम आदमी पार्टी (आप) की विधायक अलका लांबा पुरानी दिल्ली के मशहूर और अतिव्यस्त बाजार चांदनी चौक में गुरुवार (05 अक्टूबर) को वाल्मीकि जयंती के मौके पर एक कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंची थीं लेकिन वहां ना जाकर वो धरने पर बैठ गईं। उनके धरने पर बैठते ही वहां हाई वोल्टेज ड्रामा हुआ। दरअसल, अलका वहां एक धार्मिक कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंची थीं लेकिन चांदनी चौक इलाके में भारी जाम, अवैध पार्किंग और बीच सड़क पर हो रही सामानों की लोडिंग-अनलोडिंग देख वो भड़क गईं। उन्होंने पहले तो ट्रैफिक पुलिस फिर स्थानीय थाने को फोन किया लेकिन किसी ने भी फोन नहीं उठाया। इससे नाराज होकर वो लोड-अनलोड हो रहे सामानों के ढेर पर ही बैठ गईं। अलका करीब दो घंटे तक लदान पर बैठी रहीं।
विधायक को धरने पर बैठा देख आसपास के लोग और चांदनी चौक के व्यापारी वहां जमा हो गए। व्यापार मंडल के प्रतिनिधियों ने भी वहां पहुंचकर विधायक से शिकायत की कि सुप्रीम कोर्ट और नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) के आदेश के बावजूद बाजार में अवैध पार्किंग और सामानों के लोडिंग-अनलोडिंग का सिलसिला जारी है। उनलोगों ने विधायक को जानकारी दी कि ये सब स्थानीय पुलिस और नगर निगम के अफसरों की मिलीभगत से हो रहा है।
करीब दो घंटे बाद दो थानों के एसएचओ ने पहुंचकर विधायक को आश्वासन दिया कि अगले दिन तक बाजार को जाम और अवैध पार्किंग से मुक्त करा लिया जाएगा, तब अलका लांबा धरने पर से हटीं। इसके बाद अलका लांबा एसएचओ की कार्रवाई का जायजा लेने आज (शुक्रवार, 06 अक्टूबर को) फिर चांदनी चौक पहुंचीं। इस बार उनके साथ आप के कार्यकर्ता भी थे जिनके हाथों में नारे लिखे पट्टे भी थे। उन पर लिखा था, ‘MCD की दादागिरी नहीं चलेगी’।
अलका लांबा ने खुद वहीं से फेसबुक लाइव किया और कहा कि वो ढाई सालों से एमसीडी और दिल्ली पुलिस का तमाशा देख रही हैं।
इसके अलावा अलका लांबा ने आज (शुक्रवार) की ताजा वीडियो भी अपने फेसबुक पेज पर पोस्ट किया है, जिसमें साफ दिख रहा है कि बाजार के बीच सामानों को लेकर तांगा आ-जा रहा है। इसके अलावा बाजार जाममुक्त नहीं है।