दिल्ली विधानसभा का आज विशेष सत्र बुलाया गया है। इस बीच सदन में भाजपा के सदस्यों ने अरविंद केजरीवाल पर लगे आरोपों के मद्देनजर हंगामा किया। सदन में नेता विपक्ष विजेन्द्र गुप्ता ने अरविंद केजरीवाल पर लगे आरोपों से संबंधित कुछ कागजात सीधे विधान सभा के सचिव को देना चाहा तो विधान सभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल उन पर भड़क गए। उन्होंने भाजपा विधायक को कई बार चेतावनी दी और पूछा, “क्या सदन में मेरी कोई अहमियत नहीं है?” बार-बार समझाने के बाद भी जव विजेंद्र गोयल नहीं माने तो स्पीकर ने उन्हें दिन भर के लिए सदन की कार्यवाही से सस्पेंड कर दिया। इसके बाद मार्शल ने पहुंचकर उन्हें सदन से बाहर कर दिया।
दरअसल, आज दिल्ली विधान सभा में ईवीएम में कथित छेड़छाड़ की आशंका और उससे उपजी राजनीतिक गहमागहमी पर चर्चा के लिए विशेष सत्र का आयोजन किया गया था। चर्चा की शुरुआत करते हुए आप विधायक अलका लांबा ने कहा कि ईवीएम में गड़बड़ी कर लोकतंत्र की गहरी आस्था पर आघात किया जा रहा है। इससे पहले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि वो सदन में ईवीएम के मुद्दे पर बड़ी साजिश का पर्दाफाश करेंगे।
इससे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर के बाहर बीजेपी कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया और सीएम हाउस के बाहर लगे पुलिस बेरिकेट्स को तोड़कर उसमें घुसने का प्रयास किया। इसमें बीजेपी की महिला कार्यकर्ता भी शामिल थीं। प्रदर्शनकारियों ने केजरीवाल के घर के बाहर हाथों में बीजेपी के झंडे लेकर नारेबाजी भी की। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए उनपर पानी की बौछार भी की। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि उन्हें रोकने के लिए उनपर दिल्ली सरकार ने सीवरेज वाटर का प्रयोग किया। एक टीवी चैनल पर एक प्रदर्शनकारी ने बताया कि पानी का प्रेशर इतना तेज था कि उससे उसके चेहरे पर चोट आई है।
गौरतलब है कि पूर्व मंत्री कपिल मिश्रा को शनिवार शाम अचानक मंत्री पद से हटा दिया गया था। सरकार ने कहा था कि सही कामकाज नहीं होने की वजह से मंत्री को हटाया गया। उधर, कपिल ने दावा किया कि टैंकर घोटाले में कुछ लोगों को बचाने के लिए उन पर कार्रवाई की गई। उन्होंने रविवार को यह आरोप लगाकर सनसनी मचा दी कि उनकी आंखों के सामने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन से 2 करोड़ रुपये नकद लिए। मनीष सिसोदिया समेत सभी नेताओं ने कपिल के आरोपों को बेबुनियाद बताया है।