दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल इन दिनों फिर चर्चा के केंद्र में हैं. वजह है उनका माफीनामा. पहले बिक्रम सिंह मजीठिया और अब केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल से माफी मांगना. यूं तो केजरीवाल का राजनीति में आना ही उनका यू-टर्न था, लेकिन सीएम बनने के बाद भी आप संयोजक ने कई मुद्दों पर यू-टर्न लिया. आइए जानते हैं केजरीवाल के पांच महत्वपूर्ण यू-टर्न.
केजरीवाल का राजनीति में आना ही यू-टर्न था
भ्रष्टाचारा के मुद्दे पर दिल्ली के रामलीला मैदान में हुए अन्ना आंदोलन के दौरान केजरीवाल अक्सर कहा करते थे, ‘मैं यहां राजनीति करने नहीं आया हूं और ना भविष्य में राजनीति में आउंगा. मुझे पीएम-सीएम नहीं बनना है, मुझे तो भ्रष्टाचार मिटाना है.’ लेकिन 26 नवंबर 2012 को अन्ना और देश से किए वायदों से यू-टर्न लेते हुए राजनीति नें एंट्री मारी और आम आदमी पार्टी का गठन किया.
कांग्रेस से कभी समर्थन नहीं लेने की बात पर भी पलटी मारी
राजनीति में आने के बाद पहली बार दिल्ली के विधानसभा चुनाव में दांव आजमाया. 2013 में हुए चुनाव में आम आदमी पार्टी 28 सीटों के साथ दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनी वहीं, बीजेपी के खाते में 32 विधायक चुनकर आए और कांग्रेस पार्टी महज आठ सीटों पर सिमट कर रह गई. ऐसी स्थिति में किसी भी पार्टी की सरकार नहीं बन रही थी. केजरीवाल ने अपने बच्चों की कसम खाते हुए कांग्रेस से समर्थन नहीं लेने का वादा दिल्ली की जानता और पार्टी समर्थकों से किया था. लेकिन अपने वादे से पलटते हुए केजरीवाल पहली बार कांग्रेस विधायकों के समर्थन से 49 दिनों के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री बने.
सरकारी बंगला और लाल बत्ती वाली गाड़ी पर भी मारा यू-टर्न
सीएम बनने से पहले केजरीवाल अक्सर कहा करते थे कि वह आम आदमी की तरह जीवन जीएंगे. ना कभी सरकारी बंगाल लेंगे और ना ही कभी लाल बत्ती वाली गाड़ी का उपयोग करेंगे. सीएम बनने के बाद ही केजरीवाल सहित उनकी पूरी कैबिनेट ने पलटी मारी और तमाम सरकारी सुविधाओं का उपयोग शुरू कर दिया.
दिल्ली पर सिर्फ ध्यान देने का वादा किया, लेकिन पंजाब में बोले यहीं खूंटा गाड़ुंगा
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पंजाब चुनाव के दौरान अपनी ही कही बातों से फिर यू-टर्न लिया. दिल्ली में दूसरी बार प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में आने पर केजरीवाल ने दिल्ली के लोगों से कहा था कि वह अब सिर्फ दिल्ली पर ही ध्यान देंगे. लेकिन पंजाब चुनाव के दौरान उन्होंने कहा कि पंजाब में बादल सरकार को बाहर करने तक खूंटा गाड़ कर वहीं (पंजाब) में ही बैठेंगे.
मजीठिया, गडकरी और सिब्बल से माफीनामा
केजरीवाल ने पिछले हफ्ते अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया पर नशे के धंधे में संलिप्त होने का अरोप लगाने के लिए माफी मांगी. उसके बाद उन्होंने केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल के बेटे अमित सिब्बल से भी माफी मांग ली है.